रमजान के पाक महीने के आखिरी 10 दिनों में एक रात ऐसी भी आती है जो हजार महीनों से बेहतर मानी जाती है. इसे शब-ए-क़द्र या लैलतुल-क़द्र कहा जाता है. शब-ए-क़द्र में की गई इबादत का बड़ा महत्व होता है. इस रात को इबादत करने वालों को खुशनसीब माना जाता है. तो रमजान में शब-ए-क़द्र या लैलतुल-क़द्र की रातों की क्या अहमियत है, आइए जान लेते हैं.