जब किसी नेता को नोबेल शांति पुरस्कार मिलता है, तो पूरी दुनिया उन्हें सम्मानित करती है, लेकिन 2025 में नोबेल शांति पुरस्कार मिलने के बाद चर्चा का केंद्र शांति से अधिक राजनीति बन गया. नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी ने 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरीना माचाडो को दिया. माचाडो लंबे समय से वोलेन्वेला में लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए संघर्ष कर रही हैं. इस पुरस्कार के ऐलान के बाद वैश्विक मंच पर वेनेजुएला की राजनीतिक स्थिति और माचाडो की भूमिका को लेकर बहस शुरू हो गई. कई विश्लेषकों ने इसे राजनीतिक संदेश के रूप में भी देखा, जबकि कुछ ने इसे लोकतंत्र और मानवाधिकारों के प्रति सम्मान माना. वहीं, मुस्लिम इसका विरोध कर रहे हैं. देखें यह रिपोर्ट...