मौलाना अरशद मदनी के बयान ने नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि दुनिया में मुसलमान मेयर और बड़े प्रशासनिक पदों तक पहुंच सकते हैं, जबकि भारत में विश्वविद्यालयों में भी मुस्लिम कुलपति बनना कठिन है. उनके बयान पर बीजेपी की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. इस मुद्दे पर मुस्लिम स्कॉलर हाफिज नूर अहमद ने कहा कि यह किसी धर्म या दल के खिलाफ नहीं, बल्कि वर्तमान हालात की झलक है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नीतियों का असर मुस्लिम समुदाय पर अधिक दिखता है.