वैसे तो देश के कई इलाकों में नदियों पर पीपा पुल या पंटूल पुल का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ ने इसे एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है. यहां भी करीब 30 पीपा पुल बनाए गए हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन पुलों को बनाने की तकनीक 2500 साल से भी ज्यादा पुरानी है. लेकिन आज भी यह उतनी ही कारगर है. यह जानना दिलचस्प कि इतना वजन होने के बावजूद ये पुल पानी पर तैरते कैसे रहते हैं.