मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जहां पुलिस ने एक मदरसे से करीब 19 लाख रुपये की नकली करेंसी बरामद की है. शुरुआती जांच में पता चला है कि ये नोट उसी इमाम के कमरे से मिले, जिसे हाल ही में महाराष्ट्र के मालेगांव में 10 लाख रुपये की फेक करेंसी के साथ गिरफ्तार किया गया था. अब सबसे बड़ा सवाल है — क्या यह सिर्फ एक व्यक्ति का काम था या किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा? पुलिस के मुताबिक, इस पूरे रैकेट तक पहुँचने में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने अहम भूमिका निभाई. सुरक्षा एजेंसियां अब अन्य राज्यों में भी कनेक्शन तलाश रही हैं, क्योंकि जांच में इस फर्जी नोट गिरोह के इंटर-स्टेट नेटवर्क होने के संकेत मिले हैं. इस एक्सप्लेनेर में जानिए- मालेगांव से खंडवा तक इस रैकेट के तार कैसे जुड़े, सोशल मीडिया वीडियो ने पुलिस को कैसे सुराग दिए, किन राज्यों तक फैला हो सकता है यह फेक करेंसी नेटवर्क, अब तक की जांच और आगे की कार्रवाई क्या होगी... ये मामला देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ा सवाल खड़ा करता है - क्या यह सिर्फ करेंसी क्राइम है या इसके पीछे कोई गहरा षड्यंत्र?