"अखाड़ा" शब्द आमतौर पर एक स्थान या क्षेत्र को दर्शाता है जहां लोग शारीरिक या मानसिक संघर्ष करते हैं, लेकिन इस संदर्भ में यह अखाड़ा एक प्रतीकात्मक रूप में उपयोग हो सकता है. यह एक प्रकार की ध्यान और साधना का स्थान हो सकता है, जहां कोई भी बाहरी विवाद या उलझन नहीं होती और व्यक्ति आत्म-उन्नति की दिशा में अग्रसर होता है.