बांग्लादेश में हिंदू युवक की कथित लिंचिंग की घटना पर भारत के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. इमाम उमर अहमद इलियासी, सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती और साजिद रशीदी ने इस घटना की एक सुर में निंदा करते हुए इसे इंसानियत और इस्लाम की शिक्षाओं के खिलाफ बताया. सभी मौलानाओं ने कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हर लोकतांत्रिक और संवैधानिक व्यवस्था की जिम्मेदारी है. उन्होंने बांग्लादेश में बढ़ती असहिष्णुता पर चिंता जताई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.