पुलवामा हमले के समय पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने संयम और कूटनीति का रास्ता अपनाया, जिससे पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय अलगाव से बचा रहा. वहीं, पहलगाम हमले के बाद असीम मुनीर की आक्रामक रणनीति और तीखे बयानों ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया. इस वीडियो में इन दोनों सेनाध्यक्षों की सोच, रणनीति और उनके फैसलों के परिणामों का विश्लेषण किया गया है, जो दर्शाता है कि कैसे एक ही देश की सेना के दो मुखिया अलग-अलग समय पर अलग-अलग रास्ते चुनते हैं, और उनके निर्णयों का क्षेत्रीय स्थिरता पर क्या प्रभाव पड़ता है...