39 साल बाद सुनें तिहाड़ जेल ब्रेक को ‘मनी’ का इंतजाम करने की Inside Story | Video

Inside Story of Tihar Jail break 1986: तिहाड़ जेल के ताले खुले, पहरेदार सोते मिले
Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 21 April 2025 10:33 AM IST

16 मार्च 1986 को हुए एशिया के सबसे सुरक्षित ‘तिहाड़ जेल ब्रेक’ की सच्चाई को खोदकर बाहर लाने की मुहिम में जुटा है ‘स्टेट मिरर हिंदी’. इसके लिए हमने तलाश किया उस जेल ब्रेक कांड में चार्ल्स शोभराज व अन्य चार भागने वालों में से एक अजय कुमार सिंह को. तिहाड़ जेल ब्रेक करके उस दिन भागने वालों में शामिल अजय कुमार सिंह तब, तिहाड़ में एक विचाराधीन कैदी के रूप में जेल नंबर-3 में कैद थे. इसी तीन नंबर-जेल में इनके साथ तब बंद था, बैंक डकैत और खतरनाक किलर बृजमोहन शर्मा. जिसने तब की अपराध की दुनिया के खतरनाक नाम राजू भटनागर, जो षडयंत्र के तहत पहले ही तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर चला गया था. क्योंकि राजू भटनागर को ही 16 मार्च 1986 को तिहाड़ जेल-ब्रेक (Tihar Jail Break) की जेल से बाहर जाकर सब तैयारी करनी थी. बाकी इनसाइड स्टोरी सुनने के लिए क्लिक करें, हमारे एडिटर (क्राइम) संजीव चौहान द्वारा ‘पॉडकास्ट’ की विशेष सीरीज के लिए लिया गया अजय कुमार सिंह का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू.


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