क्या आपके पास है ये कार्ड? तो आपको भी मिलेगा 3 साल और मुफ्त गैस सिलेंडर, धामी सरकार का बड़ा फैसला
धामी सरकार उत्तराखंड की प्रगति के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है. अब इस सरकार ने विधान सभा चुनाव में किए गए अपने वादे को पूरा किया है. अब उत्तराखंड के लोगों को अगले तीन साल तक मुफ्त में गैस सिलेंडर मिलेगा, जिससे कई गरीब घरों में चूल्हा जलेगा.;
पूरे देश में अंत्योदय कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है. अब इस बीच उत्तराखंड के लोगों के लिए खुशखबरी है. धामी सरकार ने 3 साल के लिए मुफ्त सिलेंडर योजना को बढ़ा दिया है. यानी अब इस सुविधा का लाभ लोगों को 2027 तक मिलेगा. इस फैसले से उत्तराखंड के करीब 1.84 लाख अंत्योदय कार्ड धारक लाभ उठा पाएंगे. इस कदम से राज्य के खजाने पर सालाना 55 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
साल 2022 में विधान सभा चुनाव हुए थे, जिसमें भाजपा की सरकार ने वादा किया था कि वह गरीब महिलाओं को फ्री में गैस सिलेंडर देंगे. अब इस वादे को धामी सरकार ने पूरा करते हुए तीन साल के लिए बढ़ा दिया है.यह मुफ्त गैस योजना इस साल मार्च में खत्म हो गई थी. ऐसे में 23 अक्तूबर को इस प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है.
कितने सिलेंडर मिलेंगे?
इस योजना के तहत अब साल 2027 तक साल में 3 सिलेंडर मुफ्त में मिलेंगे. धामी सरकार के इस फैसले से गरीब महिलाओं को बेहद राहत मिली है. अब हर घर में चूल्हा जल पाएगा. यह कहना गलत नहीं होगा कि यह उत्तराखंड की सरकार का सराहनीय कमद है.
कांग्रेस ने जताई थी आपत्ति
जब साल 2022 में हुए विधान सभा चुनाव के दौरान धामी सरकार ने इस बात का एलान किया था, तब विपक्ष कांग्रेस ने इस घोषणा पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह “आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन” है क्योंकि चंपावत उपचुनाव के लिए अधिसूचना पहले ही घोषित की जा चुकी है. धामी उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार हैं. हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव के संबंध में यह निर्णय लिया गया कि एडवोकेट जनरल को इसके कानूनी पहलू से अवगत कराया जाएगा और उसके बाद कैबिनेट निर्णय लेगी.
14 फरवरी को विधानसभा चुनाव के दौरान, भाजपा ने अपने घोषणापत्र में गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) रहने वाले परिवारों को साल में तीन मुफ्त एलपीजी सिलेंडर देने का वादा किया था. इसे मोटे तौर पर कांग्रेस के उस चुनावी वादे के जवाब के तौर पर देखा गया था जिसमें उसने सत्ता में आने पर राज्य के हर घर को 500 रुपये से कम में एलपीजी सिलेंडर देने का वादा किया था.