750 करोड़ की चोरी, ED और NHAI ठेकेदार का कनेक्शन, हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी की मौत पर बहन ने खोले कई राज

हरिद्वार के लक्सर में हुई सनसनीखेज फायरिंग और उसके बाद हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी की मौत ने पूरे सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. करोड़ों की चोरी के एक बड़े मामले में गिरफ्तार विनय त्यागी को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाते वक्त बदमाशों ने पुलिस वाहन पर हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब विनय की बहन सीमा त्यागी ने 750 करोड़ रुपये की कथित चोरी, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और एक NHAI ठेकेदार के बीच गहरे कनेक्शन का दावा किया.;

( Image Source:  X-@SachinGuptaUP )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 27 Dec 2025 11:52 AM IST

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के लक्सर में हुई एक सनसनीखेज वारदात ने न सिर्फ पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि करोड़ों रुपये की कथित काली कमाई और सिस्टम के भीतर साजिश के आरोपों को भी हवा दे दी है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी, जो पुलिस कस्टडी में था, पर कोर्ट पेशी के दौरान जानलेवा हमला हुआ.

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गंभीर रूप से घायल विनय की ऋषिकेश एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई. अब उसकी मौत के साथ 750 करोड़ रुपये की चोरी से जुड़ा एक बड़ा रहस्य भी दफन हो गया, ऐसा परिवार का आरोप है.

कोर्ट ले जाते वक्त गोलियों की बौछार

घटना तीन दिन पहले की है, जब देहरादून पुलिस विनय त्यागी को जेल से हरिद्वार कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रही थी. लक्सर के पास अचानक दो बदमाशों ने पुलिस वाहन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. हमले में विनय को कई गोलियां लगीं, जबकि पुलिस टीम बाल-बाल बच गई. गंभीर हालत में उसे पहले देहरादून और फिर ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.

750 करोड़ की चोरी का दावा

विनय त्यागी करोड़ों की चोरी के एक बड़े मामले में पकड़ा गया था. यह माल मेरठ-गाजियाबाद के एक NHAI ठेकेदार से जुड़ा बताया जा रहा है. विनय की बहन सीमा त्यागी का दावा है कि चोरी की कुल रकम करीब 750 करोड़ रुपये थी, जिसमें नकदी, कीमती जेवरात और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज शामिल थे.

ED से बचाने की साजिश?

सीमा त्यागी के अनुसार, संबंधित ठेकेदार ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई से बचने के लिए यह सारा माल देहरादून में अपने एक डॉक्टर मित्र के घर छिपा रखा था. विनय को इस ठिकाने की जानकारी मिली. ठेकेदार और विनय के बीच पुरानी दुश्मनी थी, इसी वजह से विनय ने पूरा माल वहां से चुरा लिया. परिवार का दावा है कि विनय यह सबूत ED को सौंपने की तैयारी में था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे पत्नी सहित गिरफ्तार कर लिया.

‘मुंह बंद कराने’ का आरोप

विनय की बहन और परिवार का सीधा आरोप है कि कोर्ट ले जाते वक्त हुआ हमला कोई संयोग नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश थी. उनका कहना है कि विनय अगर किसी केंद्रीय एजेंसी के सामने बयान देता, तो कई बड़े नाम बेनकाब हो सकते थे. इसलिए उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई गई, जिसमें उत्तराखंड पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.

मौत के साथ दफन हुआ राज?

विनय त्यागी की मौत के बाद परिवार का कहना है कि NHAI ठेकेदार की कथित काली कमाई से जुड़े कई अहम राज हमेशा के लिए दब गए. अब सवाल यही है कि क्या इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी, या फिर यह केस भी फाइलों में दफन होकर रह जाएगा.

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