छांगुर बाबा का उत्तराखंड कनेक्शन! मरियम और अब्दुल रहमान चला रहे थे धर्मांतरण का धंधा, जानें दोनों की पूरी कुंडली
छांगुर बाबा का अवैध धर्मांतरण नेटवर्क पहाड़ों में भी चल रहा है. जहां अब्दुल रहमान और मरियम इसके सरगना है. पुलिस ने इन दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और लंबी पूछताछ जारी है, ताकि यह पता चल सके कि उत्तराखंड में यह रैकेट कहां तक फैला हुआ है.;
उत्तर प्रदेश से शुरू हुआ चर्चित अवैध धर्मांतरण रैकेट अब पहाड़ों की वादियों तक अपनी पहुंच बना चुका है. यूपी पुलिस की एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) की जांच अब उत्तराखंड के देहरादून तक पहुंच गई है. जहां इस रैकेट से जुड़ा एक अहम किरदार पकड़ा गया है.
देहरादून के शंकरपुर इलाके में गुरुवार की सुबह कुछ अलग ही हलचल देखी गई. यूपी एटीएस ने यहां से अब्दुल रहमान नाम के शख्स को हिरासत में लिया. शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि अब्दुल का सीधा संबंध छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन के धर्मांतरण रैकेट से है.
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अब्दुल रहमान के घर से मिली ये चीजें
पुलिस ने अब्दुल रहमान के घर से कई डॉक्यूमेंट्स और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए हैं, जिनकी जांच गहनता से की जा रही है. यूपी पुलिस रहमान को अपने साथ ले गई है और अब उससे पूछताछ कर ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि देहरादून में यह नेटवर्क कितना गहरा और फैलाव वाला है.
कौन है मरियम?
इस केस में डोईवाला की रहने वाली एक महिला मरियम भी जांच के घेरे में आ चुकी है. यूपी पुलिस ने मरियम से लंबी पूछताछ की है. शुरुआती संदेह है कि मरियम भी इस नेटवर्क की एक अहम कड़ी हो सकती है. हालांकि, उसकी ठोस भूमिका अभी जांच के दायरे में है. पुलिस स्थानीय लोगों और दूसरे माध्यमों से उसकी गतिविधियों की जानकारी जुटा रही है.
अलर्ट पर उत्तराखंड पुलिस
छांगुर बाबा रैकेट का उत्तराखंड कनेक्शन सामने आने के बाद देहरादून पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है. उत्तराखंड पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों पर नजर तेज कर दी है और देहरादून के कुछ अन्य इलाकों में नेटवर्क की तलाश जारी है. सूत्रों की मानें, तो रैकेट की जड़ें यहां और गहराई तक फैली हो सकती हैं, जिसके सुराग पुलिस को धीरे-धीरे मिल रहे हैं.
क्या है छांगुर बाबा का रैकेट?
उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन पर आरोप है कि वह एक संगठित अवैध धर्मांतरण गिरोह का सरगना है. इस रैकेट के ज़रिए भोले-भाले लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन करवाया जाता था. अब जब इसकी शाखाएं देहरादून तक पहुंच गई हैं, तो यह केस और भी गंभीर और संवेदनशील बन चुका है.
अब आगे क्या?
अब्दुल रहमान और मरियम की पूछताछ से जो कड़ियाँ जुड़ेंगी, उनसे यह साफ़ होगा कि उत्तराखंड में इस नेटवर्क की गहराई और दायरा कितना बड़ा है. पुलिस इस केस में हर सुराग पर बारीकी से नजर रखे हुए है, और आने वाले दिनों में कुछ बड़े खुलासे हो सकते हैं.