चमोली के थराली में बादल फटने से तबाही, SDM के आवास समेत कई मकानों में घुसा मलबा, एक महिला लापता

भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में पहले ही स्कूल बंद करने के आदेश दिए जा चुके थे.;

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Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 23 Aug 2025 7:59 AM IST

देवभूमि उत्तराखंड इन दिनों आसमान से बरस रही आफ़त से जूझ रहा है. पिछले कई दिनों से पर्वतीय जिलों में लगातार हो रही बारिश ने नदी-नालों को उफान पर ला दिया है. जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. मौसम विभाग ने ताज़ा अपडेट में 22 से 25 अगस्त तक पूरे राज्य में हल्की से हल्की बारिश के साथ गरज-चमक और कहीं-कहीं तेज बौछारों की संभावना जताई है. 

चमोली जिले के थराली कस्बे में देर रात लगभग 1 बजे बादल फटने की घटना हुई. तेज बारिश के बीच अचानक आई जलधारा और मलबा कई मकानों में घुस गया. लोग रातभर दहशत में रहे और कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया. इस घटना ने चमोली और आसपास के क्षेत्रों में भय का माहौल पैदा कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, एक युवती के मलबे में दबे होने की आशंका है. तेज प्रवाह के साथ आए पानी और मलबे ने कस्बे की कई सड़कों को तालाब में बदल दिया. प्रशासन और पुलिस की टीमें तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं. जिला आपदा कंट्रोल रूम हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है.

मौसम विभाग ने क्या कहा?

मौसम विभाग ने शनिवार को देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. इन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य कई जिलों में येलो अलर्ट लागू है. साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. लोगों को हिदायत दी गई है कि वे अनावश्यक रूप से यात्रा से बचें और निचले इलाकों या नदी-नालों के पास जाने से परहेज़ करें.

स्कूलों में छुट्टियां घोषित

भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में पहले ही स्कूल बंद करने के आदेश दिए जा चुके थे. अब पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने 23 अगस्त को जिले के सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में कक्षा 12वीं तक अवकाश घोषित कर दिया है. इसका मकसद बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है क्योंकि पहाड़ी रास्तों पर भूस्खलन और सड़क अवरोध आम हो गए हैं. 

उत्तरकाशी से चमोली तक आपदाओं का सिलसिला

पिछले कुछ दिनों में उत्तराखंड के कई जिलों में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला लगातार जारी है. उत्तरकाशी के धराली, हर्षिल, सुक्खी टॉप और स्यानचट्टी इलाकों में पहले ही बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन अस्त-व्यस्त किया. अब चमोली का थराली इलाका भी आपदा की चपेट में आ गया है. लोगों में दहशत और असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है. 

अत्यधिक बारिश की संभावना

मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के अनुसार शनिवार (22 अगस्त) को बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़, पौड़ी, टिहरी, अल्मोड़ा, रुद्रप्रयाग, चमोली और ऊधमसिंह नगर जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी है. रविवार (23 अगस्त) को भी यही स्थिति बनी रहेगी, खासकर पिथौरागढ़ जिले में अत्यधिक बारिश की संभावना है. लैंडस्लाइड, नदियों के उफान और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी समस्याओं से इंकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में आपदा कंट्रोल रूम्स को अलर्ट मोड पर रखा गया है. नदी किनारे बसे गांवों में चौकसी बढ़ा दी गई है. यात्रियों और स्थानीय लोगों को हाईवे या संवेदनशील रास्तों पर सफर करने से बचने की सलाह दी गई है.

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