सहारनपुर में मस्जिद के अंदर नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म, मासूम की हालत बनी नाजुक
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक बेहद दर्दनाक और शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक मस्जिद के अंदर एक नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामलाआया है. यह वारदात जिले के नकुड़ कोतवाली क्षेत्र के एक छोटे से कस्बे में स्थित एक मस्जिद में हुई. यहां मस्जिद में पढ़ाने वाले एक कारी ने 14 साल की एक मासूम छात्रा पर यह घिनौना अपराध किया. घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपी कारी को मौके पर ही पकड़ लिया, जबकि उसके दो साथी मौके से फरार हो गए. पीड़िता इस जघन्य कृत्य के सदमे में बुरी तरह टूट चुकी है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
मामले की पूरी जानकारी के अनुसार, पीड़िता कस्बे की इसी मस्जिद में धार्मिक शिक्षा लेती थी. रविवार दोपहर को वह मस्जिद के बाहर लगी पानी की टंकी से पानी भरने गई थी. लेकिन वह लौटी ही नहीं. जब काफी देर गुजरने के बाद भी छात्रा का पता न चला, तो उसके परिजनों ने चिंता में पड़कर उसकी तलाश शुरू कर दी. तलाश के दौरान उन्हें मस्जिद का दरवाजा बंद मिला, जिससे परिजनों को किसी अनहोनी की आशंका हुई. उन्होंने फौरन दरवाजा तोड़ा और अंदर घुस गए. वहां उन्होंने अपनी बेटी को बदहवास और डरी हुई हालत में पाया.
मस्जिद के अंदर दुष्कर्म
रोते-बिलखते हुए छात्रा ने अपने माता-पिता को सारी घटना बताई. उसने कहा कि मस्जिद का कारी शाहवेज ने उसे जबरन मस्जिद के अंदर एक कमरे में खींच लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया. इस दौरान आरोपी के दो साथी कमरे के बाहर पहरेदारी करते रहे, ताकि कोई अंदर न घुस सके. छात्रा की चीख-पुकार सुनकर परिजन और आसपास के लोग दौड़े. उन्होंने कारी शाहवेज को पकड़ लिया और उसे सख्ती से सबक सिखाने की कोशिश की. लेकिन आरोपी के दोनों साथी इस हंगामे का फायदा उठाकर भाग निकलने में कामयाब हो गए.
कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़कर तुरंत नकुड़ कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया. लोगों में भारी गुस्सा था और उन्होंने आरोपी के खिलाफ कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़िता का बयान दर्ज किया और आरोपी शाहवेज के खिलाफ POCSO एक्ट (बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों से संरक्षण कानून) तथा अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया. आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, साथ ही, पीड़ित छात्रा को तुरंत मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की जांच की.
टूटा परिवार
पुलिस और प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है. सीओ (सर्कल अधिकारी) ने बताया कि फरार दो आरोपीयों की तलाश के लिए पुलिस टीमें गठित की गई हैं और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है और स्थानीय लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं. परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी अब सदमे से उबरने की कोशिश कर रही है, लेकिन इस घटना ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है. पुलिस जांच पूरी होने के बाद अदालत में चार्जशीट दाखिल करेगी, ताकि अपराधियों को सजा मिल सके. यह मामला समाज में बच्चों की सुरक्षा और धार्मिक स्थलों पर होने वाली ऐसी घटनाओं पर सवाल खड़े करता है.