सिगरेट पीते ही बेहोश... पार्टी के बाद कंपनी की मैनेजर से गैंगरेप, डैशकैम में कैद हुई CEO और हेड के पति की करतूत
राजस्थान के उदयपुर से सामने आई यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि कॉर्पोरेट दुनिया में भरोसे की सीमाओं को भी झकझोर देती है. एक आईटी कंपनी की महिला मैनेजर, जो एक जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने गई थी, उसके साथ ऐसा भयावह अपराध हुआ जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी. यह कहानी है उस रात की, जब मदद के नाम पर मिला धोखा उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा सदमा बन गया.;
राजस्थान के उदयपुर से सामने आई यह घटना न केवल दिल दहला देने वाली है, बल्कि भरोसे और पेशेवर रिश्तों की आड़ में पनप रहे अपराधों की भयावह तस्वीर भी पेश करती है. एक आईटी कंपनी की मैनेजर, जो एक बर्थडे पार्टी में शामिल होकर घर लौट रही थी, उसे नहीं पता था कि मदद के नाम पर मिली सवारी उसकी जिंदगी का सबसे डरावना अनुभव बन जाएगी.
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सिगरेट पीते ही महिला के बेहोश होने और उसके बाद चलती कार में हुए कथित गैंगरेप ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है. मामले को और गंभीर बनाता है यह तथ्य कि आरोप कंपनी के ही शीर्ष पदों पर बैठे लोगों पर लगे हैं. महिला का दावा है कि कंपनी की कार्यकारी प्रमुख, उसका पति और कंपनी का सीईओ इस वारदात में शामिल थे.
बर्थडे पार्टी के बाद घर गई महिला
शनिवार रात उदयपुर में आयोजित एक बर्थडे पार्टी में सब कुछ सामान्य लग रहा था. पार्टी खत्म होने के बाद एक-एक कर सभी मेहमान लौट गए. आखिर में वह महिला मैनेजर अकेली रह गई. इसी दौरान कंपनी की महिला कार्यकारी प्रमुख ने उसे घर छोड़ने का प्रस्ताव दिया. भरोसे के साथ पीड़िता उनकी कार में बैठ गई, यह जाने बिना कि यह फैसला उसकी जिंदगी की दिशा बदल देगा.
सिगरेट पीने के बाद महिला हुई बेहोश
पीड़िता के मुताबिक, कार में पहले से ही कार्यकारी प्रमुख का पति और कंपनी का सीईओ मौजूद थे. घर की ओर बढ़ते हुए रास्ते में कार एक दुकान पर रुकी, जहां से सिगरेट जैसी कोई वस्तु खरीदी गई. उसे वह चीज दी गई, जिसके सेवन के बाद पीड़िता की हालत बिगड़ने लगी और वह बेहोशी में चली गई.
सुबह आया होश
अगली सुबह जब पीड़िता को होश आया, तो उसके शरीर और मन दोनों पर गहरे जख्म थे. निजी अंगों में दर्द और चोट के निशान देखकर उसे अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न का अंदेशा हुआ. बताया गया कि आरोपियों ने उसे सुबह करीब पांच बजे घर छोड़ा था.
डैशकैम बना सच्चाई का गवाह
घटना के बाद पीड़िता ने हिम्मत जुटाई और कार में लगे डैशकैम की फुटेज खंगाली. फुटेज में पूरी घटना रिकॉर्ड थी. यही सबूत उसके लिए ताकत बना और उसने 23 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
उदयपुर के पुलिस अधीक्षक योगेश यादव गोयल ने बताया कि शिकायत के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. कार से सैंपल, डैशकैम रिकॉर्डिंग और एफएसएल टीम द्वारा जुटाए गए वैज्ञानिक सबूत जांच का अहम हिस्सा हैं. मेडिकल रिपोर्ट और बयान सामने आने के बाद मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
यह मामला न सिर्फ एक महिला के साथ हुए अपराध की कहानी है, बल्कि यह चेतावनी भी है कि भरोसे की आड़ में छिपा अपराध कितना खतरनाक हो सकता है.