अवैध प्रवासियों का तीसरा विमान पहुंचेगा भारत, हथकड़ियां और बेड़ियां डालकर लाए गए; भड़के CM भगवंत मान
अमेरिका से अवैध प्रवासियों को लेकर तीसरा विमान आज अमृतसर पहुंचेगा, जिसमें 157 भारतीय शामिल हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर को निर्वासन केंद्र बनाने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार की आलोचना की. निर्वासित पुरुषों को हथकड़ियों और बेड़ियों में लाया गया. अब तक कुल 220 भारतीयों को डिपोर्ट किया जा चुका है, जिससे राजनीतिक विवाद बढ़ गया है.;
अमेरिका से निर्वासित अवैध प्रवासियों का तीसरा विमान आज शाम अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचने वाला है. इस विमान में कुल 157 भारतीय होंगे, जिनमें अधिकांश हरियाणा के निवासी हैं. अमेरिकी सेना का विमान इन लोगों को भारत लाएगा, लेकिन इस मुद्दे पर राजनीति भी तेज हो गई है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर हवाई अड्डे को 'निर्वासन केंद्र' बनाने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जानबूझकर इस पवित्र शहर को निर्वासित भारतीयों के आगमन का केंद्र बना रही है.
शनिवार रात करीब 10 बजे अमेरिका से निर्वासित लोगों को लेकर दूसरा विमान अमृतसर पहुंचा था. हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत में भगवंत मान ने कहा, "हमारे पवित्र शहर अमृतसर को निर्वासन केंद्र मत बनाओ." उन्होंने सवाल उठाया कि जब देश में कई हवाई अड्डे हैं, तो केवल अमृतसर को ही निर्वासन केंद्र क्यों बनाया जा रहा है? उन्होंने यह भी कहा कि अवैध प्रवासियों को लाने के लिए केंद्र सरकार को अपना खुद का विमान भेजना चाहिए था.
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पंजाब को बदनाम करने का आरोप
भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर पंजाब को बदनाम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार हमेशा पंजाब के साथ भेदभाव करती है और इसे बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ती है. उन्होंने केंद्र और विदेश मंत्रालय से सवाल किया कि अमृतसर को ही निर्वासित लोगों के आगमन के लिए क्यों चुना गया? उन्होंने दिल्ली या अन्य प्रमुख हवाई अड्डों को चुनने की बजाय अमृतसर को प्राथमिकता देने के पीछे की वजह पूछी. इस मुद्दे पर बीजेपी ने भी पलटवार किया और भगवंत मान पर राजनीति करने का आरोप लगाया.
हथकड़ियों और बेड़ियों में भेजे गए भारतीय
इस बार निर्वासित किए गए पुरुषों को हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां डालकर भेजा गया, जबकि महिलाओं और बच्चों को इससे छूट दी गई. एयरपोर्ट पर ही उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात कराई गई और करीब पांच घंटे तक वेरिफिकेशन के बाद सभी को पुलिस की गाड़ियों में उनके घर भेज दिया गया. इससे पहले, 5 फरवरी को 104 भारतीयों को जबरन अमेरिका से डिपोर्ट किया गया था. उस दौरान भी पुरुषों और महिलाओं को बेड़ियों में जकड़कर लाया गया था. अब तक कुल 220 भारतीयों को अमेरिका से निर्वासित किया जा चुका है. तीसरा बैच आज रात 10 बजे पहुंचेगा, जिसमें 157 लोग शामिल होंगे.