पंजाब में वरदान साबित हो रही सड़क सुरक्षा फोर्स, एक्सीडेंट के मामले में आई कमी
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सड़क दुर्घटनाओं पर ब्रेक लगाने के लिए सड़क फोर्स का गठन किया. इससे राज्य में हादसे को कम करने में मदद मिली है. इस फोर्स ने कुछ महीनों में 1000 से अधिक लोगों की एक्सीडेंट में जान बचाई है. पंजाब में हादसे में 25 फीसदी की कमी आई है.;
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सड़क दुर्घटनाओं पर ब्रेक लगाने के लिए सड़क फोर्स सुरक्षा की शुरुआत की थी. इससे प्रदेश में सड़क हादसे को कम करने में मदद मिल रही है. यह सड़क हादसे को रोकने के लिए वरदान साबित हो रही है.
सड़क सुरक्षा फोर्स से लोगों की जान बचाने में काफी मदद मिली है. इस फोर्स ने कुछ महीनों में 1000 से अधिक लोगों की एक्सीडेंट में जान बचाई है. हादसे में घायल हुए लोगों के घर पर 60 लाख से अधिक की राशि पहुंचाई गई है.
सड़क सुरक्षा फोर्स का महत्व
मान सरकार ने सड़क हादसे पर रोकथाम के लिए सड़क सुरक्षा फोर्स का गठन किया. इसके तहत 5000 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई. इस फोर्स की ड्रेस आम पुलिस से अलग होती है. बता दें कि सड़क सुरक्षा को बेहतर करने के लिए 5500 किलोमीटर से अधिक नेशनल हाइवे, राज्य राजमार्गों और प्रमुख जिला सड़कों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है. वाहन यातायात को रोकने के लिए करीब 150 अत्यधिक वाहनों की तैनाती की गई है.
हादसे में आई 25 फीसदी कमी
जानकारी के मुताबिक पंजाब सरकार का सड़क दुर्घटनाओं से होने वाले नुकसान में कमी आई है. इससे रोजाना लोगों का जान बचाई जा रही है. राज्य को सालाना हजार करोड़ रुपये के आर्थिक नुकसान कम हुआ है. हादसे में 25 फीसदी की कमी आई है. राज्य में ट्रैफिक पुलिस की संख्या केवल 2048 रह गई थी, जिसे मान सरकार ने बढ़ा दिया है.
30 किलोमीटर पर वाहनों की तैनाती
पंजाब सरकार ने राज्य में सड़क एक्सीडेंट फोर्स के तहत नए वाहनों को शामिल किया है. नए वाहनों में एक उच्च-स्तरीय मोबाइल नेटवर्क, वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम, चार कैमरे और एक गाड़ी स्थान ट्रैकिंग सिस्टम से लैस हैं. हर 30 किलोमीटर पर एक वाहन की तैनाती की गई है. इन वाहनों की मदद से घायलों की मदद की जाती है.
ऐसा करने वाला पहला राज्य
पंजाब सड़क सुरक्षा फोर्स का गठन करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है. अगर 30 किलोमीटर के दायरे में कोई हादसा होता है तो फोर्स वहां पर पहुंच जाती है और घायल को अस्पताल में भर्ती करा देती है. जिससे समय रहते घायल व्यक्ति का इलाज हो जाता है.