स्टूडेंट ने बनाया Human-Carrying Drone, कितने किलो तक उठा सकता है वजन? देखें VIDEO
ग्वालियर के सिंधिया स्कूल के 12वीं कक्षा के छात्र मेधांश त्रिवेदी कमाल कर दिखाया है. जिसकी हर ओर चर्चा हो रही हैं. मेधांश त्रिवेदी ने एक मानव ले जाने वाला ड्रोन (Human-Carrying Drone) का बनाया है. इस ड्रोन का नाम "MLDT 01" है. यह 80 किलोग्राम तक वजन वाले व्यक्ति को ले जा सकता है और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकता है.;
Human-Carrying Drone: भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, जिससे ग्लोबल लेवल पर तारीफ हो रही है. विज्ञान के क्षेत्र में भारत ने विशेष उपलब्धि हासिल की है. फिर चाहे हो मिशन के लॉन्चिंग हो या कोविड वैक्सीन बनाया. अब मध्य प्रदेश के ग्वालियर के सिंधिया स्कूल के 12वीं कक्षा के छात्र मेधांश त्रिवेदी कमाल कर दिखाया है. जिसकी हर ओर चर्चा हो रही हैं. मेधांश त्रिवेदी ने एक मानव ले जाने वाला ड्रोन (Human-Carrying Drone) का बनाया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मेधांश त्रिवेदी ने पिछले कुछ समय से इस ड्रोन का बनाने पर काम कर रहा है. उसने पड़ोसी देश चीन की ड्रोन तकनीक से प्रेरित होकर मानव ले जाने वाला ड्रोन विकसित करने का दावा किया है. अब देश भर में बच्चे के टैलेंट और मेहनत की चर्चा हो रही है.
कहां से मिली ड्रोन बनाने की प्रेरणा
मेधांश त्रिवेदी ने मानव ले जाने वाला ड्रोन के बार में ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा कि "मुझे चीन के ड्रोन को देखकर इस ड्रोन को बनाने की प्रेरणा मिली. मेरे टीचर्स मनोज मिश्रा ने मुझे ड्रोन विकसित करने के लिए प्रेरणा के साथ-साथ तकनीकी रूप से भी काफी मदद की है." इस ड्रोन का नाम "MLDT 01" है. यह 80 किलोग्राम तक वजन वाले व्यक्ति को ले जा सकता है और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकता है.
कितना आया खर्च
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह एक बड़ा प्रोजेक्ट की साबित हुआ इसके निर्माण में करीब 3.5 लाख रुपये थी और इसे पूरा होने में तीन महीने लगे. छात्र ने तकनीकी सहायता और प्रेरणा प्रदान करने के लिए अपने शिक्षक मनोज मिश्रा को श्रेय दिया. MLDT 01 ड्रोन की लंबाई और चौड़ाई 1.8 मीटर है. यह 4 मोटरों द्वारा संचालित होता है जो आमतौर पर कृषि ड्रोन में उपयोग किए जाते हैं.
इतनी देर उड़ान भरेगा MLDT 01 ड्रोन
MLDT 01 ड्रोन में 45 हॉर्स पावर की क्षमता है. यह ड्रोन लगातार 6 मिनट तक उड़ान भर सकता है. सुरक्षा कारणों से ड्रोन को फिलहाल 10 मीटर की ऊंचाई तक ही उड़ने की अनुमति है, लेकिन मेधांश ड्रोन को हाइब्रिड मॉडल में अपग्रेड करने और जीवन में रोजाना इस्तेमाल के लिए इसे और अधिक एडवांस बनाने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा, "भविष्य में, मैं ड्रोन को आम लोगों के लिए उपयोगी बनाऊंगा जिसका उपयोग सामान ले जाने, किसी व्यक्ति को दूसरी जगह ले जाने और कृषि में किया जा सकता है." बता दें कि मेधांशु का सपना एक एयर टैक्सी कंपनी भी स्थापित करना चाहते हैं और लोगों के लिए एक सस्ता हेलीकॉप्टर भी उपलब्ध कराना चाहते हैं.