न उम्र की सीमा हो...! 19 साल के नौकर के लिए होटल मालकिन ने छोड़ा घर-परिवार, केरल से 2500 KM दूर पहुंची गिरिडीह
यह कहानी शुरू होती है केरल के एक होटल से, जहां झारखंड के गिरिडीह जिले के सोना पहाड़ी (खोरीमहुआ अनुमंडल) का रहने वाला सरफुद्दीन काम करता था. होटल की मालकिन सजना, जो कि तीन बच्चों की मां है.;
कहते हैं कि प्यार अंधा होता है, न उम्र की परवाह करता है, न जात-पात की और न ही भाषा की दीवारों को मानता है. कुछ ऐसा ही हुआ झारखंड के गिरिडीह जिले में, जहां एक महिला अपने प्यार की तलाश में 2500 किलोमीटर दूर केरल से झारखंड आ पहुंची. यह अनोखी प्रेम कहानी अब इलाके में चर्चा का विषय बन गई है. जब एक होटल मालिक को अपनी स्टाफ की एक महिला से प्यार हो गया.
यह कहानी शुरू होती है केरल के एक होटल से, जहां झारखंड के गिरिडीह जिले के सोना पहाड़ी (खोरीमहुआ अनुमंडल) का रहने वाला सरफुद्दीन काम करता था. होटल की मालकिन सजना, जो कि तीन बच्चों की मां है, को धीरे-धीरे अपने से उम्र में छोटे सरफुद्दीन से प्यार हो गया. रोज़मर्रा के कामकाज और बातचीत के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं और जल्द ही ये रिश्ता प्यार में बदल गया.
जब प्यार ने कर दी दूरियां
सरफुद्दीन ने सजना को अपने गांव के बारे में बताया और कहा कि वह कुछ दिन के लिए कोडरमा में आकर रहे. सजना ने बिना किसी हिचकिचाहट के केरल से झारखंड की ओर रुख किया और कोडरमा के एक होटल में चार दिन तक उसका इंतजार करती रही. लेकिन इन चार दिनों में सरफुद्दीन ने न तो मिलने की कोशिश की और न ही किसी तरह का संपर्क किया.
महिला खुद पहुंची प्रेमी के घर
इस बीच सजना ने ठान लिया कि अब वह खुद सरफुद्दीन से मिलने उसके घर जाएगी. वह गिरिडीह जिले में सरफुद्दीन के घर पहुंच गई. उसके अचानक पहुंचने से गांव में हड़कंप मच गया, और आसपास के लोग घर के बाहर जमा हो गए. सजना की सबसे बड़ी समस्या यह थी कि वह सिर्फ मलयालम भाषा समझती थी, जबकि वहां कोई उसकी भाषा नहीं जानता था. बावजूद इसके, उसने अपने इशारों और टूटे-फूटे शब्दों में बताया कि वह सरफुद्दीन की मां के साथ सुरक्षित है और जब तक सरफुद्दीन नहीं आएगा, वहीं रहेगी.
पति ने निकाला घर से
होटल में काम के दौरान, सजना ने सरफुद्दीन को खास तवज्जो देना शुरू कर दिया था. वह हर ज़रूरी काम के लिए उसे ही चुनती थी और सरफुद्दीन भी उसकी हर बात मानता था. यह सब जब सजना के पति को पता चला, तो उन्होंने गुस्से में आकर सजना को घर से निकाल दिया. घर से निकाले जाने के बावजूद, सजना ने सरफुद्दीन से अपने रिश्ते को खत्म नहीं किया. वह लगातार उसके संपर्क में बनी रही और आखिरकार झारखंड आकर उसके घर तक पहुंच गई.
पुलिस की भी पड़ी जरूरत
चूंकि भाषा की समस्या थी और महिला अकेली थी, इसलिए स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से बात करने की कोशिश की. सजना ने साफ कहा कि वह अपनी मर्जी से आई है और जब तक सरफुद्दीन नहीं आता, वह वहीं रुकेगी.