आधी रात मौसम हुआ बेईमान! दिल्ली-NCR में तूफानी बारिश का कहर, जगह-जगह भरा पानी; फ्लाइट्स लेट- VIDEO
रविवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में तेज आंधी, गरज और भारी बारिश ने गर्मी से राहत तो दी, लेकिन इससे काफी परेशानियां भी खड़ी हो गईं. कई इलाकों में जलभराव हो गया और उड़ानों पर असर पड़ा. मिंटो ब्रिज, शास्त्री भवन और हुमायूं रोड जैसे क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया. एक कार मिंटो ब्रिज के नीचे पूरी तरह डूबती नजर आई.;
दिल्ली- NCR में मौसम ने अचानक करवट ली, जब तेज बारिश, आंधी और गरज-चमक के साथ तेज़ हवाओं ने राजधानी को अपनी चपेट में ले लिया. जहां एक ओर लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली, वहीं दूसरी ओर इस मौसम ने जनजीवन को प्रभावित किया, खासकर हवाई सेवाओं और यातायात व्यवस्था पर असर पड़ा. बारिश इतनी तेज़ थी कि मिंटो रोड, हुमायूं रोड और शास्त्री भवन जैसे कई इलाकों में पानी भर गया. मिंटो ब्रिज, जो आमतौर पर भारी बारिश में जलभराव के लिए जाना जाता है, वहां एक कार पानी में डूबी हुई मिली.
मौसम विभाग का रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली समेत हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया था. चेतावनी में कहा गया था कि 60 से 100 किमी/घंटा तक की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलेंगी, साथ ही धूल भरी आंधी, गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं.
उड़ानों पर पड़ा असर, एयरलाइनों की अपील
इंडिगो एयरलाइंस ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि दिल्ली में खराब मौसम और एयर ट्रैफिक की वजह से उड़ानों में देरी हो रही है. यात्रियों को यात्रा से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति जांचने की सलाह दी गई है. कुछ देर बाद इंडिगो ने अपडेट दिया कि मौसम में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन हवाई यातायात में भीड़ अब भी बनी हुई है. स्पाइसजेट ने भी अपनी उड़ानों पर असर की आशंका जताई और यात्रियों से अलर्ट रहने को कहा.
राहत थोड़ी देर की, फिर बढ़ेगा तापमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में दिल्ली का मौसम फिर से गर्म हो सकता है। अगले सप्ताह के अंत तक, यानी 26 और 28 मई को दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है, जबकि रात का तापमान भी धीरे-धीरे बढ़ते हुए 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
इससे पहले बुधवार रात दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भीषण तूफान आया था, जिसमें नोएडा, गाज़ियाबाद, मेरठ, बागपत और मुरादाबाद में पेड़ उखड़ गए, बिजली के तार टूटे और वाहनों को नुकसान पहुंचा. आईएमडी के अनुसार, यह मौसम प्रणाली हरियाणा के यमुनानगर, करनाल, कैथल, हिसार, रोहतक, झज्जर, नूंह, महेंद्रगढ़, पलवल, रेवाड़ी सहित कई जिलों में असर डाल सकती है.