तारापुर, अलीनगर और राघोपुर से लेकर मोकामा तक, पहले फेज में बिहार के 8 विधानसभा क्षेत्र जो बने हॉट सीट
Bihar Assembly Election 2025: बिहार में 6 नवंबर को पहले चरण के तहत 121 सीटों पर मतदान होना है. इस दौर में कई दिग्गज उम्मीदवार मैदान में हैं. महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव, भाजपा के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव सहित कई नाम शामिल हैं.;
Bihar Assembly Election 2025: बिहार में इन दिनों हल्की-हल्की ठंड पड़ने लगी है, लेकिन चुनावी माहौल गरमाया हुआ है. विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार थम गया है. गुरुवार 6 नवंबर को पहले फेज में 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग होगी. इस बार पहले चरण में 1314 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं.
बिहार चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू समेत सभी राजनीतिक पार्टियां जीत हासिल करने के लिए जोर लगा रही हैं. पहले चरण में तेजस्वी यादव, सम्राट चौधरी और नई प्रत्याशी मैथिली ठाकुर के लिए भी मतदान होने वाला है. आज हम टॉप-8 सीट पर बात करेंगे.
तारापुर
तारापुर सीट से भाजपा नेता और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी आरजेडी के अरुण शाह के बीच मुकाबला होगा. जे.जे.डी. के सुखदेव यादव और जन सुराज पार्टी के डॉक्टर संतोष सिंह भी चुनावी मैदान में हैं. यह सीट परंपरागत रूप से जदयू का गढ़ रही है, जिसने 2015, 2020 और 2021 के उपचुनाव में जीत दर्ज की थी. इस बार एनडीए ने सीट पर भाजपा को मौका मिला है अब देखना होगाल जनता किसे पसंद करती है.
महुआ
यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा तेज प्रताप यादव (जे.जे.डी.), राजद के मुकेश रौशन और लोजपा के संजय कुमार सिंह आमने-सामने हैं. जन सुराज पार्टी के इंद्रजीत प्रधान भी चुनाव लड़ रहे हैं. 2015 में तेज प्रताप यादव ने यह सीट राजद के टिकट पर जीती थी. 2020 में मुकेश रौशन को जीत मिली थी.
राघोपुर
राघोपुर से महागठबंधन के सीएम चेहरे और राजद नेता तेजस्वी यादव चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला भाजपा के सतीश कुमार से है. वहीं जन सुराज पार्टी के चंचल सिंह और तेज प्रताप यादव की पार्टी जे.जे.डी. के प्रेम कुमार भी मैदान में हैं. बता दें कि राघोपुर तेजस्वी यादव का मजबूत गढ़ माना जाता है, 2015 में उन्होंने सतीश कुमार को 20 हजार से अधिक वोटों से हराया था, जबकि 2020 में 30 मतों से.
आरा
इस सीट पर भाजपा ने अपने मौजूदा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह की जगह संजय सिंह उर्फ टाइगर को टिकट दिया है. उनके सामने जन सुराज पार्टी के विजय कुमार गुप्ता और भाकपा (माले) के क़य्यूमुद्दीन अंसारी हैं. आरा में कभी भाजपा तो कभी राजद के पक्ष में हवा बहती रही है.
लखीसराय
लखीसराय सीट भाजपा का मजबूत गढ़ मानी जाती है. मौजूदा उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा 2015 से लगातार यहां जीत दर्ज कर रहे हैं. इस बार उनका मुकाबला जन सुराज पार्टी के सूरज कुमार से है.
अलीनगर
पहले चरण की एक दिलचस्प सीट अलीनगर है, जहां भाजपा ने लोकगायिका से नेता बनी मैथिली ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है. उनका सामना राजद के बिनोद मिश्रा से है. पिछले दो चुनावों में यह सीट एनडीए के खाते में नहीं आई थी. जन सुराज पार्टी के बिप्लव चौधरी भी चुनावी दौड़ में हैं. 2015 में आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी और 2020 में वीआईपी के मिश्री लाल यादव ने यहां जीत दर्ज की थी.
पटना साहिब
यह शहरी सीट भाजपा का पारंपरिक गढ़ रही है. पार्टी ने अपने लंबे समय से विधायक नंद किशोर यादव की जगह 45 साल के वकील रत्नेश कुशवाहा को टिकट दिया है. उनका मुकाबला कांग्रेस के शशांक शेखर से होगा, जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. 2008 के परिसीमन के बाद से यह सीट लगातार भाजपा के पास रही है.
मोकामा
मोकामा विधानसभा क्षेत्र के लिए इस वर्ष चुनावी तैयारी थमने की बजाय तेज-तर्रार हो चुकी है. इस सीट अनंत कुमार सिंह (जदयू) लंबे समय से इस सीट पर सक्रिय, बाहुबल-प्रभावी नेता मैदान में हैं. सूरजभान सिंह (राजद से जुड़े, पत्नी वीना देवी उम्मीदवार) क्षेत्र में लंबी अवधि से प्रभाव रखते रहे नेता.