Assam: उपचुनाव के बीच कांग्रेस और भाजपा में खूनी हिंसा, कई घायल
असम में उपचुनाव है. इस बीच कांग्रेस और बीजेपी के बीच हिंसक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. इतना ही नहीं, इसके कारण एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत भी हो चुकी है. कहा जा रहा है कि इन मामलों में जांच जारी है.;
सामगुरी में चुनाव से पहले का माहौल गरमा गया है. जहां भाजपा और कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प और आरोपों का दौर जारी है. इस बीच कहा जा रहा है कि शुक्रवार रात को दोनों राजनीतिक पार्टी के समर्थको के बीच हिंसा हुई, जिसमें सात लोग घायल हो गए. यह हिंसा सालमारी में भाजपा के ऑफिस के पास हुई है, जिसमें चार बीजेपी और तीन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को चोट लगी है.
यह घटना उस समय हुई जब कांग्रेस समर्थक एक मीटिंग से वापस आ रहे थे. जिन लोगों को चोट आई है, उनमें अब्दुल हाशिम, कमाल उद्दीन और अलल उद्दीन के साथ-साथ भाजपा समर्थक दीन इस्लाम, अबू हनीफ, अबू ताहिर और अब्दुल रहमान शामिल हैं. घायलों को अस्पताल भेज दिया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
बीजेपी विधायक ने कही ये बात
इस घटना के बाद भाजपा विधायक जीतू गोस्वामी घायलों से मिलने अस्पताल गए. साथ ही, उन्होंने इस हिंसा के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कानून से कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में भाजपा विधायक जीतू गोस्वामी ने कहा कि 'धुबरी के सांसद रकीबुल हुसैन इन झगड़ों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. इससे चुनाव प्रक्रिया में क्या मदद मिल रही है? हमारे कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं और इसी तरह की झड़पों में एक की मौत भी हो गई है. मैं हुसैन को चेतावनी देता हूं कि अगर ये हथकंडे जारी रहे, तो हम विरोध के तौर पर अपने मुंह पर काला कपड़ा बांध लेंगे."
टकराव के कारणों की जांच की जा रही है, लेकिन सूत्रों ने असम ट्रिब्यून को बताया कि दोनों दलों के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके कारण हाथापाई हुई.
भाजपा कार्यकर्ता की हो चुकी है मौत
यह घटना सामगुरी में उपचुनाव से पहले हुई हिंसक झड़पों के बाद हुई है. 6 नवंबर को पुथीखैती में कांग्रेस की एक प्रचार रैली के दौरान गाड़ी में तोड़फोड़ करने के आरोप में नागांव पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया था. इतना ही नहीं 3 नंवबर को कच्चाखैती में एक दूसरे हमले में एक भाजपा कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया था. कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच कथित तौर पर हुई एक अन्य झड़प में 15 अक्टूबर को एक भाजपा कार्यकर्ता की जान जा चुकी है.