जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ NIA का बड़ा एक्शन, 26 स्थानों पर हुई छापेमारी, CM सरमा ने कही ये बात
असम के गोलपाड़ा और होजई जिलों में एक बड़े आतंकवाद विरोधी अभियान को असम पुलिस ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NIA) के साथ मिलकर अंजाम दिया. इस दौरान 10 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिन्हें आगे की जांच के लिए एनआईए के अधीन रखा गया है.;
असम पुलिस ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NIA) के साथ मिलकर असम के गोलपाड़ा और होजई जिलों में एक बड़े आतंकवाद विरोधी अभियान को अंजाम दिया. इस अभियान के तहत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन गिरफ्तारियों के पीछे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) की आतंकी साजिश की जांच का मकसद था.
गोलपाड़ा और होजई जिलों के कई स्थानों पर छापेमारी की गई, जिसमें पुलिस और एनआईए की संयुक्त टीम ने काम किया. इस दौरान 10 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिन्हें आगे की जांच के लिए एनआईए के अधीन रखा गया है. यह अभियान असम के आतंकवाद विरोधी संघर्ष में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है.
मुख्यमंत्री का बयान
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस अभियान की सफलता पर कहा कि यह गिरफ्तारियाँ इस बात की पुष्टि करती हैं कि असम में इस्लामी कट्टरपंथी समूहों का खतरा लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने चिंता व्यक्त की कि अगर इस्लामी कट्टरपंथी विचारधारा असम में फैलती रही, तो आने वाले वर्षों में यह राज्य की सुरक्षा और स्थिरता के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी.
एनआईए की कार्रवाई
एनआईए ने बताया कि इस मामले में देशभर में 5 राज्यों में छापेमारी हुई. यह छापेमारी बहुत से इलाके में हुई. ऐसा कहा जा रहा है कि एनआईए ने दिल्ली समेत 26 स्थानों पर छापेमारी की है. जिसमें शेख सुल्तान सलाह उद्दीन अयूबी नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. अयूबी को आतंकी साजिश में मिले होने के आधार पर हिरासत में लिया गया और उसे नई दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा. इसके अलावा, कई अन्य संदिग्धों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
यह अभियान असम में आतंकवादी गतिविधियों को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. एनआईए और असम पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि राज्य में चरमपंथी गतिविधियों पर सख्ती से लगाम लगाई जा रही है.