'गाय को मां मानने वाली सभ्यता पर हमला बर्दाश्त नहीं', गौरव गोगोई को भाजपा नेता प्रकाश कश्यप का खुला खत
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की टिप्पणी पर भाजपा नेता डॉ. प्रकाश कश्यप ने तीखा हमला बोला है. उन्होंने गोगोई पर सनातन संस्कृति और धार्मिक आस्थाओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि गाय हिंदुओं के लिए पूज्य है और मंदिर में गौमांस फेंकने की कल्पना भी अपवित्र है. उन्होंने आरोप लगाया कि गोगोई वोटबैंक को खुश करने के लिए मुगलों का बचाव कर रहे हैं.;
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की हालिया टिप्पणी पर असम के जाने-माने चिंतक और सामाजिक कार्यकर्ता एवं भाजपा नेता डॉ. प्रकाश कश्यप ने तीखा हमला बोला है. सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक लंबे सार्वजनिक पत्र में डॉ. कश्यप ने गौरव गोगोई पर सनातन संस्कृति, परंपरा और धार्मिक आस्थाओं का अपमान करने का आरोप लगाया है.
डॉ. कश्यप ने पत्र में लिखा कि, “आपको हिंदू संस्कृति और सनातन परंपरा की कोई समझ नहीं है. गाय हमारे लिए सिर्फ एक जानवर नहीं, पूज्य माता के समान है, जो भगवान श्रीकृष्ण के साथ भी जुड़ी हुई है. हर शिव मंदिर के द्वार पर नंदी की मूर्ति होती है, जो इस परंपरा की गहराई को दर्शाती है.”
गौमांस मंदिर में फेंकने की कल्पना भी कैसे कर सकते हैं?
डॉ. कश्यप ने सवाल उठाते हुए लिखा, “आप सोच भी कैसे सकते हैं कि कोई हिंदू गौमांस लेकर मंदिर में फेंक सकता है? यह विचार ही हमारे लिए अपवित्र और पीड़ादायक है. इससे साफ होता है कि आप मंदिर, सत्संग, आश्रम और नामघर में आने वाले श्रद्धालुओं से घृणा रखते हैं.”
क्या वोटबैंक के लिए मुगलों की विरासत को बचा रहे हैं?
आगे बढ़ते हुए, डॉ. कश्यप ने गौरव गोगोई पर आरोप लगाया कि वे अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए इस तरह की बयानबाज़ी कर रहे हैं. उन्होंने मुगलों के इतिहास का ज़िक्र करते हुए कहा, “क्या आपको याद नहीं कि मुगलों ने हमारे नामघरों, मंदिरों और पुस्तकों को नष्ट किया था? क्या आप भूल गए कि कैसे हमारी बहनों और माताओं को उनके हरम में ले जाया गया?”
उन्होंने याद दिलाया कि अहोम सेना के महान सेनापति लचित बरफुकन ने मुगलों के खिलाफ 17 युद्ध लड़े और असम को उनकी गिरफ्त से बचाया. उन्होंने लिखा, “आपके जैसे नेता जब मुगलों की वकालत करते हैं, तो यह केवल हमारे पूर्वजों का नहीं, बल्कि हर उस हिंदू का अपमान है जो आज भी अपने धर्म, मंदिर और संस्कृति से जुड़ा हुआ है.”
मोदी और हिमंता सरमा कर रहे हैं संस्कृति का पुनरुद्धार
डॉ. कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्व सरमा के नेतृत्व में आज असम की प्राचीन सांस्कृतिक पहचान और सनातन मूल्यों को नया जीवन मिल रहा है. उन्होंने लिखा, “अगर आप वास्तव में इस धरती के बेटे हैं, तो इनसे सीखिए और सोच-समझकर बोलिए, न कि बेतुकी बातें सिर्फ इसलिए कि आपके पास एक मुख है.”
बता दें कि असम के धुबरी बीफ केस में गौरव गोगोई के बयान को लेकर हंगामा मचा है. सीएम हिमंता विश्व सरमा ने भी गौरव गोगोई पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अगर उनके पास धुबरी बीफ केस में किसी हिंदू की संलिप्तता का ठोस सबूत है, तो सार्वजनिक करें. हिमंता ने गोगोई के बयान को “हिंदू समाज का अपमान” करार देते हुए इसे कांग्रेस की “तुष्टिकरण की राजनीति” की परंपरा बताया था.