'कांग्रेस शासन में बिना रिश्वत नौकरी नहीं', CM हिमंत का विपक्ष पर अटैक, युवाओं को मिली CMAAA की पहली किस्त
CM Himanta Attack Congress: हिमंत बिस्व सरमा ने दावा किया कि कांग्रेस के शासन के दौरान युवा यह विश्वास नहीं कर पाते थे कि उन्हें रिश्वत दिए बिना सरकारी नौकरी मिल जाएगी. यहां तक कि कम वेतन वाली नौकरियों के लिए भी उन्हें 1 करोड़ रुपये की रिश्वत देनी पड़ती थी.;
CM Himanta Attack Congress: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा कांग्रेस पर हमलावर दिखें. उन्होंने रोजगार पर बात करते हुए विपक्षी पार्टी पर आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन के दौरान किसी को भी रिश्वत दिए बिना सरकारी नौकरी नहीं मिली थी. उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य अपने कार्यकाल में दो लाख युवाओं को रोजगार देना है.
युवा एंटरप्रेन्योर को फाइनेंशियल हेल्प देने जैसे एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके सीएम बनने के बाद से राज्य में 1.4 लाख युवाओं को नौकरियां मिल चुकी हैं. उन्होंने दावा किया, 'कांग्रेस शासन के दौरान युवा यह विश्वास नहीं कर पाते थे कि उन्हें रिश्वत दिए बिना सरकारी नौकरी मिल जाएगी. यहां तक कि कम वेतन वाली नौकरियों के लिए भी उन्हें एक करोड़ रुपये की रिश्वत देनी पड़ती थी.'
'कांटों भरा एक युग बीत चुका है' CM हिमंत
सीएम हिमंत ने आरोप लगाया कि असम लोक सेवा आयोग (APSC) के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस सरकार ने उन लोगों को चुना है जो नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से पैसा इकट्ठा कर सकते हैं. उन्होंने कहा, 'कांटों भरा एक युग बीत चुका है. अब हम बिना किसी रिश्वत के पारदर्शी तरीके से भर्ती परीक्षाएं आयोजित करने में सक्षम हैं.'
उन्होंने आगे कहा कि 1.4 लाख युवाओं को पहले ही एक लाख के लक्ष्य के मुकाबले सरकारी नौकरी मिल चुकी है और प्रशासन अब 2026 तक दो लाख युवाओं को रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य बना रहा है.
विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी का वादा
असम में बीजेपी ने 2021 के विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान असम में हर साल एक लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन बाद में संशोधित किया कि यह आंकड़ा पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए था. 510 करोड़ रुपये के मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर असम अभियान (CMAAA) के तहत सीएम सरमा ने 25,000 से अधिक युवाओं में से प्रत्येक को 75,000 रुपये की पहली किस्त युवाओं को दी है, ताकि वे अपना उद्यम शुरू कर सकें.