भाषा गौरव सप्ताह का आयोजन, 3 से 9 नवंबर तक चलेगा कार्यक्रम, CM बिस्वा सरमा का एलान

हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने असमिया भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने की घोषणा की थी. अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट किया है. साथ ही प्रदेश में 3 से 9 नवंबर, 2024 तक भाषा गौरव सप्ताह मनाने की घोषणा की है.;

( Image Source:  Credit- @BJP4Assam )

Assam News: केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर राज्य असम को बड़ी सौगात दी है. जिससे प्रदेश निवासी खुशी से झूम उठे हैं. दरअसल केंद्रीय मंत्रिमंडल ने असमिया भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया देने की घोषणा की है.

केंद्र सरकार के इस एलान से असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट किया है. साथ ही प्रदेश में 3 से 9 नवंबर, 2024 तक भाषा गौरव सप्ताह मनाने की घोषणा की है.

जश्न में डूबा असम

असमिया को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने पर हर कोई खुश नजर आ रहा है. इसलिए प्रदेश की जनता इस उपलब्धि का जश्न मनाने वाली है. इस संबंध में सीएम सरमा ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 3 से 9 नवंबर तक भाषा गौरव सप्ताह मनाया जाएगा. इस दौरान कॉलेज, स्कूल और नागरिक समाज संगठन असमिया लेखकों और विद्वानों के योगदान का सम्मान करने के लिए विशेष कार्यक्रमों की मेजबानी करेंगे.

सीएम सरमा ने केंद्र का जताया आभार

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि सप्ताह भर चलने वाले उत्सव में असम के लोगों को असम की संस्कृति और भाषाई विरासत के प्रति इस अहम कदम के लिए हम पीएम मोदी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रदेश के वर्ग से सहयोग की मांग की है.

पीएम मोदी ने किया था एलान

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई बड़ी योजनाओं को मंजूरी दी. इस मीटिंग में पांच भाषाओं को शास्त्रीय भाषा देने का फैसला किया गया. इनमें मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली भाषाएं शामिल हैं. इसके बाद अब 11 शास्त्रीय भाषाएं हो गई हैं. बता दें कि इससे पहले तमिल, संस्कृत, तेलुगु, कन्नड़, मलयामल और ओडिशा को शास्त्री भाषा का दर्जा दिया गया था.

पीएम मोदी ने दी बधाई

इस फैसले को लेकर पीएम मोदी ने बधाई भी दी थी. मुझे बेहद खुशी है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद असमिया को अब शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि असमिया संस्कृति सदियों से समृद्ध रही है और इसने हमें एक समृद्ध साहित्यिक परंपरा दी है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह भाषा और भी अधिक लोकप्रिय होती रहेगी.

Similar News