असम में फर्जी सरकारी आदेश जारी कर व्यापारियों के साथ लगभग 7 करोड़ धोखाधड़ी, दो जालसाज गिरफ्तार
असम की क्राइम ब्रांच ने फर्जी सरकारी आदेश जारी करने के आरोप में दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने असम के परिषदों और प्राधिकरण के नाम पर फर्जी आदेश जारी किया और व्यापारियों को धोखा दिया। क्राइम ब्रांच ने जांच के बाद मामले के मास्टरमाइंड आशिम दास को गिरफ्तार किया।;
असम की क्राइम ब्रांच ने फर्जी सरकारी आदेश जारी करने के आरोप में दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने असम के परिषदों और प्राधिकरण के नाम पर फर्जी आदेश जारी किया और व्यापारियों को धोखा दिया।
पीड़ित ने क्राइम ब्रांच में आशिम दास, बीएन सरमा, अमित जलाली, जाकिर हुसैन, अर्जुन सिंह मेहता और अन्य के खिलाफ आदिवासी कल्याण एवं विकास परिषद के प्रधान सचिव के नाम पर फर्जी सरकारी आदेश का उपयोग कर नोएडा की कंपनी से 4 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कराया था। इस शिकायत के बाद एक और मामले की पोल खुली जो 3.77 करोड़ रुपये के घोटाले की थी।
क्राइम ब्रांच ने जांच के बाद मामले के मास्टरमाइंड आशिम दास को गिरफ्तार किया। वह बीजेपी के एससी मोर्चा का महासचिव था। उसने दावा भी किया है कि उसके पास अमेरिका के एक संदिग्ध संगठन से मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त है।
इसके अलावा क्राइम ब्रांच ने बिरिंची बोर्कोटोकी को भी गिरफ्तार किया, जो बीएन शर्मा के नाम से फर्जी संयुक्त सचिव बनकर सरकारी परिसरों में बैठकें करता था और लोगों को बेवकूफ बनाता था।
गिरफ़्तारी के बाद बीजेपी ने आशिम दास को पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने और जनता की नजर में पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने के आरोप में निलंबित कर दिया है। साथ ही आपदा प्रबंधन मंत्री जोगेन मोहन ने अपने पीए के पद से भी हटा दिया।
मंत्री जोगेन मोहन ने लगभग 7 करोड़ के घोटाले की जांच के लिए हाई लेवल की डिपार्टमेंटल इन्वेस्टीगेशन के आदेश दिए हैं। पुलिस ने सभी कागजातों को जब्त कर लिया है और हर एक एंगल से जांच कर रही है।
किस तरह दिया गया झांसा
क्राइम ब्रांच को दी शिकायत में बताया गया कि आरोपियों ने फर्जी सरकारी आदेश जारी कर बीपीएल कार्ड होल्डर को बेडशीट और तकिया कवर देने की बात कही। आदेश में ये सामान चार जिलों के सर्किल अफसर के द्वारा बंटवाने की बात कही गई थी। उन्होंने 4 करोड़ के 75000 बेडशीट और तकिया कवर का आर्डर दिया था। साथ ही एक अन्य विभाग से लगभग 3.77 करोड़ के सामान बांटने का आर्डर दिया था।