मोहम्मद शमी कहां हैं? न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज से बाहर रहने का क्या है असली कारण
Mohammed Shami: मोहम्मद शमी की टीम से गैरमौजूदगी ने जहां एक ओर सवाल खड़े किए हैं, वहीं उनकी फिटनेस और आगामी सीरीज को ध्यान में रखते हुए यह फैसला समझा जा सकता है. भारतीय टीम फिलहाल अपने स्पिन गेंदबाजों पर भरोसा कर रही है, और शमी की वापसी का इंतजार किया जा रहा है. अब देखना यह है कि उनकी वापसी कब होती है और वे किस अंदाज में क्रिकेट के मैदान पर लौटते हैं.;
Mohammed Shami: भारतीय क्रिकेट टीम की हालिया घोषणाओं में एक बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है: अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए टीम में क्यों नहीं चुने गए? फैंस और क्रिकेट प्रेमियों के मन में यह सवाल बार-बार उठ रहा है कि शमी, जो भारत के सबसे प्रभावशाली गेंदबाजों में से एक हैं, इस महत्वपूर्ण श्रृंखला में शामिल क्यों नहीं हैं.
न्यूजीलैंड सीरीज के लिए टीम का ऐलान, शमी गायब
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया. इस टीम में जसप्रीत बुमराह को उप-कप्तान के रूप में चुना गया, लेकिन सबसे बड़ी हैरानी की बात यह रही कि मोहम्मद शमी को टीम में जगह नहीं मिली.
शमी, जिन्होंने पिछले साल नवंबर में खेले गए 2023 वनडे विश्व कप फाइनल के बाद से मैदान में कदम नहीं रखा है, इस वक्त अपनी वापसी के लिए तैयारी कर रहे हैं. विश्व कप के दौरान उन्हें चोट लगी थी और उसके बाद उनकी सर्जरी भी हुई, जिसके चलते वे लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहे. हालांकि, अब उम्मीद है कि वे आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम में वापस आएंगे.
What is the real reason for Mohammed Shami staying out of the New Zealand Test seriesक्या है शमी की गैरमौजूदगी का कारण?
शमी की गैरमौजूदगी का एक प्रमुख कारण है कि भारतीय पिचों पर स्पिनरों का वर्चस्व रहता है, खासकर जब मैच भारत में खेले जाते हैं. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट इस सीरीज में स्पिन गेंदबाजों पर अधिक भरोसा कर रहे हैं. यही कारण है कि आर. अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव जैसे दिग्गज स्पिनरों को टीम में शामिल किया गया है.
तेज गेंदबाजी विभाग में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और आकाशदीप जैसे गेंदबाजों को मौका दिया गया है, जबकि शमी को आराम दिया गया है ताकि वे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए पूरी तरह फिट हो सकें. शमी की चोट के बाद रिकवरी का समय भी उन्हें इस सीरीज से बाहर रखने का एक बड़ा कारण माना जा रहा है.
शमी की ताकत और उनका महत्व
मोहम्मद शमी भारतीय तेज गेंदबाजी के ध्वजवाहक माने जाते हैं. उनकी गेंदबाजी की सबसे बड़ी खासियत उनकी घातक गति और रिवर्स स्विंग है, जिसने उन्हें कई बार विपक्षी बल्लेबाजों के लिए अजेय बना दिया है. 153.2 किमी/घंटा की सबसे तेज़ गेंद के साथ, शमी का नाम भारत के सबसे तेज गेंदबाजों में गिना जाता है.
वहीं, उनकी कलाई का जादू और रन-अप की सहजता उनकी गेंदबाजी को और भी खतरनाक बना देती है. जब शमी फॉर्म में होते हैं, तो वे किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करने में सक्षम होते हैं. फैंस और टीम मैनेजमेंट दोनों ही उनके अनुभव और विकेट लेने की क्षमता को मिस करेंगे.
आगामी चुनौतियां और शमी की वापसी की उम्मीदें
जहां एक ओर न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, वहीं शमी की वापसी को लेकर उम्मीदें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से जुड़ी हुई हैं. इस समय भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की टेबल में शीर्ष स्थान पर है और न्यूजीलैंड छठे स्थान पर है. यह सीरीज भारत को WTC फाइनल की ओर मजबूत कदम बढ़ाने में मदद करेगी.
फैंस को उम्मीद है कि शमी पूरी तरह फिट होकर नवंबर में टीम में वापसी करेंगे. उनकी मौजूदगी से भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी विभाग में और मजबूती आएगी, जो आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और अन्य बड़े टूर्नामेंट्स में बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी.