50 सालों में पहली बार वेस्टइंडीज से इतनी बुरी तरह हारा पाकिस्तान, पांच बल्लेबाजों का नहीं खुला खाता
वेस्ट इंडीज़ ने पाकिस्तान को निर्णायक वनडे में 202 रनों से हराकर 34 साल बाद घरेलू वनडे सिरीज़ जीती. पाकिस्तान मात्र 92 रनों पर ऑल आउट हुआ, जिसमें 5 बल्लेबाज़ शून्य पर आउट हुए. कप्तान साई होप (120 रन) और जस्टिन ग्रीव्स की साझेदारी ने वेस्ट इंडीज़ को 294/6 तक पहुंचाया. गेंदबाज़ जेडन सील्स ने 6 विकेट झटके. यह पाकिस्तान की वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ वनडे में सबसे बड़ी हार रही.;
पाकिस्तान की क्रिकेट टीम का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार ख़राब प्रदर्शन जारी है. अब उसने ऐसा प्रदर्शन किया है जिससे पिछले कुछ समय से लगातार हार रही और गुम सी हो चुकी वेस्ट इंडीज़ टीम को चमकने का मौक़ा मिल गया. दोनों टीमें वेस्ट इंडीज़ में तीन मैचों की वनडे सिरीज़ खेल रही थीं.
मंगलवार को इस सिरीज़ का निर्णायक मुक़ाबला था. इसमें वेस्ट इंडीज़ ने पाकिस्तान को रिकॉर्ड 202 रनों से रौंदते हुए 34 साल बाद अपनी धरती पर वनडे सिरीज़ जीतने का कारनामा किया. पाकिस्तान को महज़ 92 रनों पर ऑल आउट करते हुए वेस्ट इंडीज़ ने अपने वनडे इतिहास में इस टीम पर रिकॉर्ड (202 रनों से) सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. यानी यह पाकिस्तान की वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ वनडे मैचों में सबसे बड़ी हार का रिकॉर्ड भी है. यह वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले 50 सालों में पाकिस्तान की सबसे बड़ी हार है.
मैच में क्या हुआ?
पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिज़वान ने टॉस जीत कर वेस्ट इंडीज़ को बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किया. शुरुआत अच्छी हुई और वेस्ट इंडीज़ की टीम 31 ओवरों तक चार विकेट पर केवल 110 रन ही बना सकी थी, लेकिन यह पाकिस्तान के लिए तब बुरा सपना साबित हुआ जब कप्तान साई होप और जस्टिन ग्रीव्स की जोड़ी ने सातवें विकेट के लिए ताबड़तोड़ रन जुटाने शुरू किए. इन दोनों ने केवल 49 गेंदों पर 110 रन जुटा दिए. कप्तान होप ने 10 चौके और पांच छक्के की बदौलत 120 रनों की ज़ोरदार पारी खेली तो ग्रीव्स ने केवल 24 गेंदों पर चार चौके और दो छक्कों की बदौलत 43 रन बना दिए. इन दोनों ने वेस्ट इंडीज़ का स्कोर 294/6 पर पहुंचा दिया.
लेकिन जब पाकिस्तान बल्लेबाज़ी करने आया तो उसके शुरुआती तीन बल्लेबाज़ केवल 8 रन बनने तक पवेलियन लौट गए. कप्तान रिज़वान ने शून्य तो बाबर आज़म ने केवल 9 रन बनाए. सलमान आगा ने सबसे अधिक 30 रन तो मोहम्मद नवाज़ ने नाबाद 23 रन जुटाए. पाकिस्तान के पांच बल्लेबाज़ शून्य पर आउट हुए और पूरी टीम 30वें ओवर में केवल 92 रनों पर ऑल आउट हो गई. वेस्ट इंडीज़ के गेंदबाज़ जेडन सील्स ने 7.2 ओवरों में 18 रन देकर पाकिस्तान के छह बल्लेबाज़ों को आउट किया. तीन मैचों की वनडे सिरीज़ में 10 विकेट चटकाने वाले सील्स 'प्लेयर ऑफ़ द सिरीज़' भी चुने गए. वहीं कप्तान साई होप को इस निर्णायक मुक़ाबले में शतक जमाने के लिए 'प्लेयर ऑफ़ द मैच' दिया गया.
पाकिस्तान ने 10वीं बार बनाया ये शर्मनाक रिकॉर्ड
यह केवल चौथा ऐसा मौक़ा है जब वेस्ट इंडीज़ की टीम को वनडे मैचों में 200+ रनों से जीत हासिल हुई है. वहीं पाकिस्तान के लिए भी यह केवल चौथा ऐसा मौक़ा जब वो 200+ रनों से कोई वनडे मैच हारा है. साथ ही यह 10वां मौक़ा है जब पाकिस्तान की टीम वनडे मुक़ाबले में 100 रन से कम पर ऑल आउट हो गई है. वेस्ट इंडीज़ ने चौथी बार पाकिस्तान को वनडे में 100 रन से कम पर आउट किया है. इससे पहले पाकिस्तान 2018 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ वनडे में केवल 74 रनों पर ऑल आउट हो गया था. वहीं वेस्ट इंडीज़ ने इससे पहले आख़िरी बार 2014 में वनडे मैच में किसी टीम को 100 रन से कम पर आउट किया था. तब बांग्लादेश की टीम केवल 70 रनों पर आउट हो गई थी.
पहले दो मैचों में एक-एक जीत
वनडे सिरीज़ के पहले मैच में पाकिस्तान ने शाहीन अफ़रीदी के दमदार प्रदर्शन की बदौलत वेस्ट इंडीज़ को 5 विकेट से हराया था. तब शाहीन अफ़रीदी ने वेस्ट इंडीज़ के चार बल्लेबाज़ों को आउट किया था. वहीं दूसरा मैच बारिश से बुरी तरह प्रभावित रहा, जिसे डकवर्थ लुइस के आधार पर जीत कर वेस्ट इंडीज़ ने सिरीज़ में बराबरी की. अब इस निर्णायक मुक़ाबले को जीत कर वेस्ट इंडीज़ ने 34 सालों बाद पाकिस्तान के ख़िलाफ़ वनडे सिरीज़ में जीत हासिल की है. वेस्ट इंडीज़ ने इससे पहले 1991 में पाकिस्तान को वनडे सिरीज़ में 2-0 से हराया था. उसके बाद से पाकिस्तान ने लगातार 11 सिरीज़ में जीत हासिल की.
अस्सी के दशक के बाद पहली बार किया ये कारनामा
वेस्ट इंडीज़ की टीम की यह जीत इस मायने में भी बहुत अहम कि वो अपने घरेलू मैदानों पर लगातार चौथी वनडे सिरीज़ जीती है. पिछले साल उसने बांग्लादेश को हराया था, तो 2023 और 2024 में उसे इंग्लैंड पर जीत हासिल हुई थी. लगातार चार वनडे सिरीज़ में मिली यह जीत कितनी अहम है इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि वेस्ट इंडीज़ ने अपने क्रिकेट इतिहास में घरेलू मैदान पर इससे पहले केवल एक बार वनडे सिरीज़ में लगातार जीत हासिल की थी. दरअसल अस्सी के दशक में वेस्ट इंडीज़ की टीम अपने पराक्रम के दौर से गुज़र रही थी और उसी दौरान 1981 से 1990 के दरम्यान उसने अपने घरेलू मैदानों पर लगातार 9 जीत हासिल की थी.
साई होप ने की ब्रायन लारा के रिकॉर्ड की बराबरी
वेस्ट इंडीज़ के जीत के हीरो उसके कप्तान साई होप रहे. जिन्होंने वनडे मैचों में रिकॉर्ड 18वां शतक जमाया. कप्तान के तौर पर यह साई होप का पांचवां शतक है. बतौर कप्तान वनडे में वो वेस्ट इंडीज़ के लिए सबसे अधिक शतक जमाने वाले बल्लेबाज़ बन गए हैं. उन्होंने ब्रायन लारा की बराबरी की है. अपने 17 साल के लंबे क्रिकेट करियर के दौरान ब्रायन लारा ने 125 वनडे में कप्तानी की और पांच शतक जमाए. जबकि साई होप ने लारा की बराबरी का कारनामा बतौर कप्तान केवल 38वें मैच में ही कर डाला है. अगर कप्तान के तौर पर सबसे अधिक शतक के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बात करें तो यह 22 शतकों के साथ ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग के नाम पर दर्ज है.
सबसे अधिक शतक जमाने वाले कप्तान
भारत के लिए यह रिकॉर्ड 21 शतक के साथ विराट कोहली के नाम पर दर्ज है. तो उनके आईपीएल के जिगरी यार एबी डिविलियर्स 13 शतकों के साथ दक्षिण अफ़्रीका के लिए सबसे अधिक शतक जमाने वाले कप्तान हैं. सौरव गांगुली ने भी 11 शतक बतौर कप्तान जमाए हैं और इस मामले में वो चौथे पायदान पर बने हुए हैं. तो श्रीलंका के सबसे अधिक 10 शतक जमाने वाले कप्तान सनथ जयसूर्या हैं. इंग्लैंड के लिए इयॉन मॉर्गन (9 शतक), आयरलैंड के लिए विलियम पोर्टफ़ील्ड (9 शतक), तो पाकिस्तान के लिए बाबर आज़म (8 शतक) और न्यूज़ीलैंड के लिए यह रिकॉर्ड केन विलियम्सन (7 शतक) के नाम दर्ज है.
वनडे में सबसे अधिक शतक जमाने वाले बल्लेबाज़
पाकिस्तान पर मिली इस ऐतिहासिक जीत में बनाए शतक ने साई होप को वेस्ट इंडीज़ के लिए वनडे में सबसे अधिक शतक जमाने के मामले में तीसरे पायदान पर ला दिया है. उन्होंने डेसमंड हेंस को पीछे छोड़ते हुए इस पर क़ब्ज़ा जमाया है. अब उनसे आगे केवल ब्रायन लारा (19 शतक) और क्रिस गेल (25 शतक) ही मौजूद हैं. बता दें कि वनडे में सबसे अधिक 51 शतक का वर्ल्ड रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम दर्ज है. दूसरे नंबर पर 49 शतकों के साथ सचिन तेंदुलकर मौजूद हैं. तो तीसरे पायदान पर रोहित शर्मा 32 शतकों के साथ विराजमान हैं. इसके बाद रिकी पोंटिंग (30), सनथ जयसूर्या (28), हाशिम अमला (27) हैं. तब एबी डिविलियर्स (25) और कुमार संगकारा के साथ-साथ क्रिस गेल (25) का नंबर आता है.