विराट कोहली के साथ 'व्यक्तिगत दुश्मनी', मिचेल जॉनसन ने 10 साल बाद खोला राज

Mitchell Johnson and Virat kohli: कोहली और जॉनसन के बीच मैदान पर हुईं नोकझोंक हमेशा क्रिकेट प्रेमियों के लिए खास रही हैं. जॉनसन ने इसे खेल का एक दिलचस्प हिस्सा बताते हुए कहा, "कोहली के साथ मेरी प्रतिद्वंद्विता प्रचारित थी, लेकिन मुझे इसका आनंद आया. यह खेल का हिस्सा था और मैदान पर ऐसी घटनाएं खिलाड़ियों को और बेहतर बनाती हैं.";

Mitchell Johnson and Virat kohli

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरीं हैं. उन्होंने अपने करियर के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ अपनी व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता पर बड़ा खुलासा किया. 2014-15 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान दोनों खिलाड़ियों के बीच का मुकाबला क्रिकेट फैंस के लिए चर्चा का विषय बना था.

2014-15 की बीजीटी से जुड़े यादगार पल

मिचेल जॉनसन ने एक ऑस्ट्रेलियाई अखबार में लिखे अपने कॉलम में 2014-15 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "विराट कोहली पहली बार मैदान में आए तो उनकी आक्रामकता ने मुझे हैरान किया. भारतीय क्रिकेट में उस समय इस तरह का रवैया आम नहीं था. कोहली ने अपनी आक्रामकता से न केवल खुद को अलग बनाया, बल्कि पूरी टीम को बदलने में मदद की."

जॉनसन ने यह भी बताया कि कोहली की यह आक्रामकता उनके खेल का हिस्सा थी, जो भारतीय क्रिकेट के लिए नई परंपरा साबित हुई. "कोहली ने भारतीय क्रिकेट में एक नई पीढ़ी को तैयार किया, जिसने आक्रामक और आत्मविश्वास से भरा क्रिकेट खेला," उन्होंने कहा.

सचिन-सहवाग के साथ कोहली की तुलना

जॉनसन ने कोहली की तुलना भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ियों सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग से भी की. उन्होंने कहा, "सचिन और सहवाग के करियर के आखिरी दिनों में मैंने सुना था कि कोहली अपनी मेहनत और फिटनेस के जरिए अपने साथियों को प्रेरित कर रहे थे. वे अपने साथी खिलाड़ियों से भी वही स्तर की कड़ी मेहनत की अपेक्षा करते थे, जैसा वह खुद करते थे. यही वजह थी कि कोहली जैसे खिलाड़ी को हर कोई अपनी टीम में चाहता है."

कोहली के नेतृत्व में बदला भारतीय क्रिकेट

मिचेल जॉनसन ने 2014-15 के उस समय को याद करते हुए कहा कि उस भारतीय टीम में आत्मविश्वास की एक नई झलक थी. "यह टीम न केवल प्रतिस्पर्धात्मक थी, बल्कि उन्हें भरोसा था कि वे ऑस्ट्रेलिया में हमें हरा सकते हैं. हालांकि, उस सीजन में भारत ऐसा नहीं कर पाया और हमने 2-0 से सीरीज जीती. यह आखिरी बार था जब ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती," जॉनसन ने लिखा.

2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का इंतजार

ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने का इंतजार अब एक दशक लंबा हो चुका है. 2024-25 की ट्रॉफी 22 नवंबर से पर्थ टेस्ट के साथ शुरू हो रही है. दोनों टीमों के बीच इस सीरीज में रोमांच अपने चरम पर रहने की उम्मीद है. खिलाड़ियों के बीच पुरानी प्रतिद्वंद्विता इस मुकाबले को और भी खास बनाएगी.

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