जसप्रीत बुमराह को खल रही है शामी की कमी, गेंदबाजी पर उठ रही उंगली?

Jasprit Bumrah and Shami: जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी पर अधिक दबाव शमी की कमी को और बढ़ा देता है, और सीनियर खिलाड़ियों पर सवाल उठने से टीम का भविष्य चुनौतीपूर्ण दिख रहा है.;

Jasprit Bumrah and shami

Jasprit Bumrah and Shami:  भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले दो टेस्ट मैचों में मिली हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे हैं. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने की राह अब कठिन हो गई है, और भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के साथ मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति टीम के लिए चिंता का विषय बन गई है. गेंदबाजी में विकल्प सीमित होने के कारण टीम का संतुलन बिगड़ता दिखाई दे रहा है, और इस स्थिति में कोच गौतम गंभीर भी एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं.

बुमराह को शमी की कमी का एहसास

मोहम्मद शमी की गैर-मौजूदगी में जसप्रीत बुमराह को अकेले गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी उठानी पड़ रही है. शमी जैसे अनुभवी गेंदबाज की कमी टीम के प्रदर्शन में साफ दिखाई दे रही है. न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार ने यह सवाल खड़े किए हैं कि क्या भारत के पास पर्याप्त गेंदबाजी विकल्प हैं, जो उन्हें बड़े मैचों में जीत दिलाने में सक्षम हों.

सीनियर खिलाड़ियों पर उठे सवाल

न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद कुछ सीनियर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी सवाल उठने लगे हैं. रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों की उम्र को लेकर चर्चाएं हो रही हैं. अगर भारत डब्ल्यूटीसी के अगले चक्र में फाइनल में पहुंचता भी है, तो इन सीनियर खिलाड़ियों की भूमिका पर पुनर्विचार किया जा सकता है. अगले दो वर्षों में ये खिलाड़ी अपने करियर के अंतिम दौर में होंगे, और ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा के साथ-साथ अश्विन और कोहली के भविष्य पर भी उंगलियां उठाई जा रही हैं.

गेंदबाजी में विकल्पों की कमी

भारत के पास बल्लेबाजी में कई युवा विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन गेंदबाजी विभाग में उतनी गहराई नहीं दिखती. कोच गौतम गंभीर के सामने भी गेंदबाजों के सीमित विकल्प एक बड़ी चुनौती हैं. पूर्व कोच रवि शास्त्री ने गंभीर की स्थिति पर सहानुभूति जताते हुए कहा कि उनके लिए यह समय सीखने का है, लेकिन यह आसान नहीं है. गेंदबाजी में शमी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की कमी भारत के लिए परेशानी का कारण बनती नजर आ रही है.

गंभीर के सामने कठिन चुनौती

कोच गौतम गंभीर को एक ऐसे समय में टीम की कमान संभालनी पड़ी है, जब टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है. शास्त्री का मानना है कि भारत के लिए आने वाले वर्षों में कुछ विश्व स्तरीय खिलाड़ियों को अलविदा कहना पड़ेगा, और गंभीर को टीम के संतुलन को बनाए रखने के लिए सही गेंदबाजों का चयन करना होगा.

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