GT को SRH के खिलाफ जीत दिलाने वाले 'सुंदर' हिंदू हैं, फिर उनका नाम पिता ने 'वाशिंगटन' क्यों रखा ?

IPL 2025 के 19वें मुकाबले में गुजरात टाइटन्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को 7 विकेट से हरा दिया. इस सीजन का पहला मैच खेल रहे वाशिंगटन सुंदर ने 49 रनों की शानदार पारी खेली. हालांकि, वे 1 रन से अर्धशतक बनाने से चूक गए. इस पारी के बाद लोग सुंदर के बारे में जानना चाहते हैं. उनके मन में सवाल उठ रहा है कि 'सुंदर' तमिल हिंदू हैं तो ले अपने नाम में 'वाशिंगटन' क्यों लगाते हैं. आइए इसकी वजह जानते हैं...;

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By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 7 April 2025 3:37 PM IST

Washington Sundar: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का 19वां मुकाबला 6 अप्रैल को सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और गुजरात टाइटन्स (GT) के बीच खेला गया. इस मैच को GT ने 7 विकेट से अपने नाम किया. गेंदबाजी में जहां मोहम्मद सिराज ने अपने IPL करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, वहीं वाशिंगटन सुंदर ने अपनी लाजवाब बैटिंग से सभी का दिल जीत लिया.

वाशिंगटन सुंदर ने इस सीजन अपना पहला आईपीएल मैच खेलते हुए 29 गेंदों पर 5 चौके और 2 छक्के लगाते हुए 49 रन की शानदार पारी खेली. हालांकि, वह महज 1 रन से अर्धशतक बनाने से चूक गए. उनकी यह पारी ऐसे समय में आई, जब गुजरात की टीम 16 रन पर 2 विकेट खोकर मुश्किल में फंसती हुई थी नजर आ रही है.

'सुंदर' हिंदू हैं, फिर नाम में 'वाशिंगटन' क्यों लगाते हैं?

वाशिंगटन सुंदर अपनी यादगार पारी की बदौलत सुर्खियों में छाए हुए हैं. लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं. ऐसे में एक सवाल जो लोगों के मन में आ रहा है, वो यह है कि सुंदर अपने नाम से पहले वाशिंगटन क्यों लगाते हैं. आइए, इसके पीछे की वजह जानते हैं...

पी.डी. वाशिंगटन के सम्मान में पिता ने रखा सुंदर का नाम

वाशिंगटन सुंदर का जन्म 5 अक्टूबर 1999 को चेन्नई में एक तमिल हिंदू परिवार में हुआ. उनके पिता, एम. सुंदर, ने अपने बेटे का नाम अपने मेंटर और गॉडफादर पी.डी. वाशिंगटन के सम्मान में 'वाशिंगटन' रखा. पी.डी. वाशिंगटन क्रिकेट के बड़े प्रशंसक थे और एम. सुंदर की शिक्षा और खेल में हर संभव सहायता करते थे, जिसमें उनकी स्कूल की फीस, किताबें और क्रिकेट गियर शामिल थे. 1999 में पी.डी. वॉशिंगटन के निधन के बाद, एम. सुंदर ने अपने बेटे का नाम उनके सम्मान में 'वॉशिंगटन सुंदर' रखा.

एम सुंदर भी थे अच्छे क्रिकेटर

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि एम सुंदर भी अपने जमाने में अच्छा क्रिकेटर थे. हालांकि, वे कभी तमिलनाडु की टीम की तरफ से नहीं खेल पाए. जब पीडी वाशिंगटन का 1999 में निधन हुआ तो उसी साल सुंदर का भी जन्म हुआ. यह वजह है कि उनके पिता ने वाशिंगटन के नाम पर अपने बेटे का नामकरण किया. तभी से सुंदर कहलाने लगे- वाशिंगटन सुंदर.

कोच के कहने पर की नंबर 4 पर बल्लेबाजी 

बता दें कि सुंदर ने हैदराबाद के खिलाफ नंबर-4 पर बल्लेबाजी की. मैच के बाद उन्होंने बताया कि यह फैसला कप्तान शुभमन गिल का नहीं, बल्कि कोच का था. हालांकि, इस मौके को सुंदर ने अच्छे से भुनाया और टीम को संकट से बाहर निकाला. उन्होंने 2017 में आईपीएल डेब्यू किया था. अगर वे 1 रन और बना लेते तो यह उनकी पहली आईपीएल फिफ्टी होती.

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