25 दिन, 5 टेस्ट, 7187 रन और... इन बातों के लिए जरूर याद की जाएगी तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी
ओवल टेस्ट में जबरदस्त रोमांच के बाद भारत ने इंग्लैंड को 6 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज 2-2 से बराबर कर ली. अंतिम दिन मोहम्मद सिराज ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 5 विकेट लिए और आखिरी बल्लेबाज़ गस एटकिंसन को तेज यॉर्कर से बोल्ड कर भारत को जीत दिलाई. इस टेस्ट सीरीज़ ने कई रिकॉर्ड तोड़े, जैसे- सबसे ज्यादा रन (7187), सबसे ज्यादा शतक (21), और सबसे ज्यादा 50+ स्कोर (50)... कुल मिलाकर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी ने खेल, ड्रामा और मनोरंजन का जबरदस्त संगम दिखाया.;
Anderson-Tendulkar Trophy records: एक रोमांचक टेस्ट सीरीज़ का दिल थाम देने वाला अंत उस वक्त देखने को मिला, जब भारत ने द ओवल टेस्ट में इंग्लैंड को 6 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज़ को 2-2 से बराबरी पर खत्म किया. आखिरी दिन की सुबह पूरी तरह मोहम्मद सिराज के नाम रहा, जिन्होंने 5 विकेट लेकर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी और गस एटकिन्सन को एक तेज़ यॉर्कर पर बोल्ड कर भारत को अविश्वसनीय जीत दिलाई.
जैसे ही विकेट गिरा, सिराज ने दोनों हाथ ऊपर उठाकर आसमान की ओर देखा और दौड़ते हुए खुशी मनाई. विकेटकीपर ध्रुव जुरेल सबसे पहले उन्हें गले लगाने पहुंचे. इसके बाद पूरा भारतीय खेमा मैदान के बीच जमा हो गया. वहीं शुभमन गिल ने एक पल रुककर क्रिस वोक्स के साहस को सलाम किया, जो कंधे में चोट के बावजूद बिना गेंद खेले नाबाद लौटे.
दर्शकों को हर दिन मिला थ्रिल, स्किल और ड्रामा
इस 25 दिन की टेस्ट सीरीज़ ने दर्शकों को हर दिन थ्रिल, स्किल और ड्रामा दिया. भले ही पहले ओवर में भारत को दो चौके पड़े हों, लेकिन सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने दमदार वापसी कर इंग्लैंड की उम्मीदों को झटका दिया. सिराज ने जल्दी-जल्दी जेमी स्मिथ और जेमी ओवरटन को चलता किया, और फिर एटकिंसन को आउट कर इंग्लैंड की पारी का अंत किया. इस एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में कई रिकॉर्ड भी बने. आइए, उनके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं...
ऐतिहासिक रिकॉर्ड जो इस सीरीज़ में बने:
- टेस्ट इतिहास में दूसरी सबसे ज्यादा रन वाली सीरीज (कुल 7187 रन)
- किसी सीरीज़ में संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा 300+ टीम टोटल (14 बार)
- सबसे ज़्यादा बल्लेबाज़ (9) जिन्होंने एक ही सीरीज़ में 400+ रन बनाए
- 50+ स्कोर की संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा संख्या (50 बार)
- संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा शतक (21)
- संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारियां (19)
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी ने हर पहलू से खुद को बनाया एतिहासिक
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी ने हर पहलू से खुद को एतिहासिक बना दिया. चाहे वह आंकड़े हों, खेल की गुणवत्ता हो या भावनाओं से भरा हुआ हर दिन. भले ही इंग्लैंड आखिरी मैच हार गया, लेकिन क्रिस वोक्स का जुझारूपन दर्शकों के दिल में रहेगा. अंत में, ये भारत के गेंदबाज़ थे जिन्होंने दबाव में खुद को साबित किया और मैच को वहां से खींच लाए जहां जीत की संभावना कम लग रही थी. यह सिर्फ एक टेस्ट जीत नहीं थी, यह साहस, रणनीति और ज़िद की जीत थी.