एजबेस्टन की हार के बाद इंग्लैंड ने बुलाया 150+ की तेज़ी का तूफ़ान, क्‍या निपट पाएगी गिल की सेना?

एजबेस्टन में शर्मनाक हार के बाद इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट के लिए 150+ किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाज़ी करने वाले गस एटकिंसन को टीम में वापस बुलाया है. एटकिंसन ने 2024 में लॉर्ड्स पर अपने डेब्यू टेस्ट में 12 विकेट लिए थे और अब वो बुमराह की अगुवाई वाली भारतीय बल्लेबाज़ी की अग्नि परीक्षा लेने को तैयार हैं. तेज़ रफ्तार और हैट्रिक के लिए मशहूर एटकिंसन की वापसी से इंग्लैंड की बॉलिंग लाइन अप और खतरनाक हो गई है.;

( Image Source:  X : @englandcricket )

लॉर्ड्स के मैदान पर टीम इंडिया को गुरुवार से इंग्लैंड के ख़िलाफ़ तीसरा टेस्ट मैच खेलना है. एजबेस्टन में हारने के बाद इंग्लैंड की टीम ने अपने उस गेंदबाज़ को वापस टीम में बुलाया है जिसने इसी मैदान पर ठीक एक साल पहले यानी 10 जुलाई 2024 को अपने पहले ही मैच में वेस्ट इंडीज़ की टीम को नेस्तनाबूद कर दिया था. इनका नाम है गस एटकिंसन, जो 150+ की गति से अपनी गेंदें डालने में माहिर हैं.

एक साल पहले जब इंग्लैंड ने 26 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ को पहली बार मैदान में उतारा जो वनडे मैचों में पहले ही अपनी गेंदबाज़ी की छाप छोड़ चुका था, और उसने वेस्ट इंडीज़ की बल्लेबाज़ी तहस-नहस करने में ग़ज़ब की गेंदबाज़ी की. पर सबसे पहले बात एटकिंसन के इंग्लिश टीम में शामिल किए जाने की मज़ेदार कहानी की करते हैं.

तब एटकिंसन काउंटी चैंपियनशिप में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और चयनकर्ताओं की नज़रों में बने हुए थे. उसी दौरान उन्हें जॉस बटलर को गेंदबाज़ी करने का मौक़ा मिला और उन्होंने 95 मील यानी 152 किलोमीटर की रफ़्तार से एक ऐसी ख़तरनाक स्पेल डाली कि बटलर उनसे प्रभावित हो गए. फिर क्या था एटकिंसन को 2023 के वनडे वर्ल्ड कप से पहले ही टीम में शामिल कर लिया गया. वर्ल्ड कप में चार मैचों में इतने ही विकेट लिए और 2024 की शुरुआत में भारत के दौर पर टेस्ट टीम में उन्हें शामिल कर लिया गया. पर डेब्यू मैच के लिए उन्हें जुलाई तक का इंतज़ार करना पड़ा. इस दौरान एटकिंसन 2025 के आईपीएल से अपना नाम भी वापस ले चुके थे.

 

पहले टेस्ट में क़हर बन कर बरसे एटकिंसन

जब जुलाई में एटकिंसन को अपना डेब्यू टेस्ट खेलने का मौक़ा मिला तो वह इंग्लैंड के गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन का विदाई टेस्ट मैच था. मैच में एंडरसन और क्रिस वोक्स 10 ओवर डाल चुके थे पर वेस्ट इंडीज़ के ओपनर न तो ज़्यादा रन बना रहे थे और न ही अपने विकेट गंवा रहे थे. ऐसे में कप्तान बेन स्टोक्स ने एटकिंसन को गेंद थमाई और उन्होंने पहली ही गेंद 143 किलोमीटर की तेज़ी से डाली और दूसरी गेंद पर वेस्ट इंडीज़ के कप्तान क्रेग ब्रेथवेट को बोल्ड कर दिया. इसके बाद तो एटकिंसन ने क़हर ढा दिया. तीसरे ओवर में फिर एक बल्लेबाज़ को आउट किया. पांच ओवरों में चार मेडेन और दो रन देकर दो विकेट ले चुके एटकिंसन को हटा कर स्टोक्स ने एंडरसन को वापस बुलाया. एंडरसन को फिर भी विकेट नहीं मिल सका तो वापस एटकिंसन को लाया गया. एटकिंसन ने मैच के 35वें ओवर में तीन तो 39वें ओवर में दो विकेट चटका दिए. वेस्ट इंडीज़ की टीम सिर्फ़ 121 रन बनाकर 41.4 ओवरों में आउट हो गई.

आईपीएल 2025 में नहीं खेलने का फ़ैसला

उस मैच में एटकिंसन ने पहली पारी में सात और दूसरी पारी में पांच विकेट चटकाए. कुल 12 विकेट लेकर ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ चुने गए. मैच के बाद उन्होंने एंडरसन को धन्यवाद दिया और बोले, "जब मैं छोटा था तब लॉर्ड्स पर एंडरसन को गेंदबाज़ी करते देखने आया करता था. इस मैच में जब मैं मिड ऑफ़ से जिमी को गेंदबाज़ी करने के लिए दौड़ते हुए देख रहा था तब यही सोच रहा था कि मैंने टीवी पर इन्हें कई बार देखा है. ये वाकई अद्भुत है."

आपको बता दें कि एटकिंसन आईपीएल भी खेल चुके हैं, 2024 में वो कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में थे. लेकिन 2025 में उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से आईपीएल से नाम वापस ले लिया.

पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के बाद जब उनसे यही सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "बहुत से लोगों ने मुझसे पूछा कि क्या आईपीएल से नाम वापस लेना सही फ़ैसला है? लेकिन मुझे लगता है कि अब मैं कह सकता हूं कि हां, वो सही था." पहले टेस्ट की सफलता के बाद एटकिंसन वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ सभी तीन टेस्ट में खेले और उस सिरीज़ में सर्वाधिक 22 विकेट लेकर ‘प्लेयर ऑफ़ द सिरीज़. बने. इंग्लैंड के फ़्रंट लाइन के तेज़ गेंदबाज़ जिमी एंडरसन के संन्यास लेने और उसी टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद गस एटकिंसन इंग्लैंड के प्रमुख गेंदबाज़ बन गए. अगस्त के महीने में जब श्रीलंकाई टीम इंग्लैंड के दौर पर आई तो एटकिंसन ने फिर लॉर्ड्स में सात विकेट ले लिए. तीन मैचों की सिरीज़ में 12 विकेट चटकाए.

 

टेस्ट में हैट्रिक लेने का कारनामा

न्यूज़ीलैंड के साथ पिछले साल क्राइस्टचर्च टेस्ट में हैट्रिक लेकर एटकिन्सन एक बार फिर चर्चा में आए थे. तब दिसंबर 2024 में इंग्लैंड की टीम न्यूज़ीलैंड दौरे पर गई थी तो एटकिंसन ने दूसरे टेस्ट मैच में हैट्रिक विकेट ले लिया और सिरीज़ में फिर 12 विकेट लिए. भारत के साथ हेडिंग्ले और एजबेस्ट में खेले गए पहले दो टेस्ट मैचों में एटकिंसन को शामिल नहीं किया गया था क्योंकि वो हैमस्ट्रिंग चोट से जूझ रहे थे. अब जबकि इंग्लैंड ने लॉर्ड्स टेस्ट के लिए उनके नाम की घोषणा कर दी है तो उम्मीद ये भी जताई जा रही है इसी मैदान पर अपने डेब्यू टेस्ट खेल चुके इंग्लैंड के एक और तेज़ गेंदबाज़ जोफ़्रा आर्चर भी चार साल बाद टीम में वापसी करेंगे. एटकिंसन के विकेट लेने की रफ़्तार उनकी गेंदों की तरह ही बहुत तेज़ है. जुलाई 2024 में डेब्यू टेस्ट खेलने वाले एटकिंसन ने दिसंबर पहुंचते-पहुंचते टेस्ट मैचों में अपने 50 विकेट पूरे कर लिए, वो भी केवल 12 टेस्ट मैचों में. एक पारी में उनका बेहतरीन प्रदर्शन 7/45 है.

एटकिंसन से कैसे निपटें?

एटकिंसन वनडे और टी20 मैचों में भारतीय टीम के ख़िलाफ़ गेंदबाज़ी कर चुके हैं, लेकिन उनको कोई ख़ास सफलता नहीं मिली थी. पर लॉर्ड्स पर टेस्ट मैच है जहां वो पहले भी दमदार प्रदर्शन कर चुके हैं. हालांकि यह भी तय है कि टीम इंडिया एटकिंसन की खूबियों से बखूबी वाक़िफ़ होगी. ये भी पूरी उम्मीद है कि कोच और सपोर्ट स्टाफ ने कप्तान समेत टीम के अन्य सदस्यों को लॉर्ड्स पर खेले गए एटकिंसन के पहले के मैचों के फ़ुटेज भी दिखाए ही होंगे. खिलाड़ियों को उनकी अच्छी गेंदबाज़ी के साथ-साथ उन गेंदों को भी दिखाया गया होगा जिन पर रन बने थे. इसका एक उदाहरण लॉर्ड्स के उनके पहले टेस्ट में भी देखने को मिला था, जब पहली पारी के दौरान मैच के 37वें ओवर में वेस्ट इंडीज़ के 8वें नंबर पर बैटिंग करने उतरे (गेंदबाज़) अल्ज़ारी जोसेफ़ ने एटकिंसन की गेंदों पर हैट्रिक चौके समेत चार बाउंड्री जड़े थे.

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