Asia Cup: IND vs UAE- यूएई में टीम इंडिया का रिकॉर्ड अच्छा नहीं, पहले मैच के प्लेइंग इलेवन में कौन? यूएई में किससे ख़तरा?
टीम इंडिया एशिया कप 2025 में सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में मैदान में उतरने जा रही है. शुभमन गिल टीम में उप-कप्तान के रूप में वापसी करेंगे, जबकि जसप्रीत बुमराह की प्लेइंग इलेवन में शामिल होने पर टीम के संयोजन पर निर्भर करेगा. दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम की पिच तेज गेंदबाज़ और स्पिनर दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण है. टीम इंडिया को UAE में टॉस जीतना अहम होगा. संजू सैमसन और लोअर ऑर्डर में बदलाव पर भी ध्यान रहेगा. एशिया कप में पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान जैसी मजबूत टीमों से मुकाबला होगा.;
एशिया कप 2025 से टीम इंडिया अगले साल अपने घरेलू मैदान पर टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों का आगाज़ करने जा रही है. मार्च में वनडे फ़ॉर्मेट के चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीतने वाली टीम इंडिया इस साल केवल पांच अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेली है. वहीं इस साल पाकिस्तान ने 19, बांग्लादेश ने 15 तो यूएई की टीम ने भी भारत से कहीं अधिक 13 मैच खेले हैं. वहीं साल के शुरुआत में केवल एक मैच खेलने वाली श्रीलंकाई टीम ने पिछले दो महीनों में छह अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेले हैं. हालांकि इन सब के बावजूद सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व वाली टीम इंडिया एशिया कप जीतने की प्रबल दावेदार है.
क्या शुभमन-बुमराह की प्लेइंग इलेवन में होगी वापसी?
एशिया कप में खेल रही टीम इंडिया के 12 खिलाड़ियों ने पिछली बार फ़रवरी-मार्च में इंग्लैंड में टी20 और चैंपियंस ट्रॉफ़ी में अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबला खेला था. शुभमन गिल और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी तो अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों से क़रीब एक साल से दूर हैं. गिल का टीम में वापस आना तो तय माना जा रहा है जिसे उन्हें उप-कप्तान बना कर ही सेलेक्टर्स ने साफ़ कर दिया था. रही बात बुमराह की तो उनका प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाना टीम के संयोजन पर निर्भर करता है.
संजू सैमसन पर सूर्यकुमार ने ये कहा...
पिछले हफ़्ते दुबई पहुंची टीम इंडिया वहां 42 डिग्री तापमान में जम कर पसीना बहा रही है. इस गर्मी के बावजूद टीम को अपने पहले मैच में एक नए कॉम्बिनेशन के साथ उतरना होगा. बतौर उप-कप्तान टीम में वापसी करने वाले शुभमन गिल का टॉप ऑर्डर में रहना तय माना जा रहा है. हालांकि इससे अभिषेक शर्मा के साथ ओपनर की भूमिका निभाते आए संजू सैमसन की टीम में जगह ख़तरे में मानी जा रही है, जो पिछले टी20 वर्ल्ड कप के बाद से 171.47 की ज़ोरदार स्ट्राइक रेट से टीम के लिए दूसरे सबसे अधिक रन (487) बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं. प्रैक्टिस सेशन को देख कर यह अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि टीम के विकेटकीपर के तौर पर जितेश शर्मा को उन पर वरीयता दी जा सकती है, जिन्होंने इस साल आईपीएल में निचले क्रम में फ़िनिशर की दमदार भूमिका निभाने के बाद टीम जगह बनाई है. यूएई के ख़िलाफ़ बुधवार के मैच से पहले कप्तान सूर्यकुमार यादव ने (संजू सैमसन को लेकर) प्रेस कॉन्फ़्रेंस में मज़ाक में कहा, "आप चिंता न करें, हम कल सभी फ़ैसला लेंगे."
दुबई के पिच की हैरान करने वाली स्थिति
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की पिच ने पहले कई तरह की चुनौतियां पेश की हैं. यहां एक बहुत ही संतुलित टीम के साथ उतरना होगा क्योंकि यह जितना तेज़ गेंदबाज़ को मदद देती है उतना ही इस पर स्पिनर भी विकेट चटकाते रहे हैं. टीम इंडिया यहां अब तक 9 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेल चुकी है. इनमें पांच में उसे जीत तो चार में हार का सामना करना पड़ा है. विराट कोहली (नाबाद 122 रन) इस पिच पर सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं तो भुवनेश्वर कुमार (5/4) यहां सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ी करने वाले बॉलर हैं. यहां पहले बल्लेबाज़ी करने पर औसतन 145 रन बनते रहे हैं.
टॉस की निर्णायक भूमिका
टीम इंडिया को इस बात का ध्यान भी रखना होगा कि यूएई में आयोजित टी20 टूर्नामेंट में उसका ट्रैक रिकॉर्ड ख़राब रहा है. टीम 2021 के वर्ल्ड कप और 2022 के एशिया कप से ज़ल्दी बाहर हो गई थी. निश्चित रूप से गौतम गंभीर और सूर्यकुमार यादव के जेहन में ये बातें तो फ़िट होंगी. लेकिन उमस भरे दुबई में टॉस जीतना भी अहम होगा क्योंकि 2021 से यहां बाद में बल्लेबाज़ी करने वाली टीम अधिक मैच जीती है. इसका आंकड़ा 21-11 से बाद में बैटिंग करने वाली टीम के पक्ष में रहा है.
टीम इंडिया का लोअर ऑर्डर क्या हो सकता है?
इसी साल चैंपियंस ट्रॉफ़ी में अपने विजयी अभियान के दौरान टीम इंडिया ने यहां अपने दो तेज़ गेंदबाज़ों मोहम्मद शमी और हर्षित राणा को उतारा था तो कुलदीप यादव शुरुआती दो मैचों में टीम के फ़्रंटलाइन स्पिनर थे. वहीं वरुण चक्रवर्ती तीसरे मैच के बाद प्लेइंग इलेवन में शामिल किए गए थे. वहीं दूसरे तेज़ गेंदबाज़ के बग़ैर शमी और हार्दिक पंड्या ने तेज़ गेंदबाज़ी को संभाला था. मंगलवार को प्रैक्टिस सेशन में कुलदीप नहीं मौजूद थे, वहीं वरुण चक्रवर्ती ने कैच प्रैक्टिस की और कुछ गेंद भी डाले. इससे ये कयास लगाया जा रहा है कि संभव है टीम में केवल एक ही स्पिन गेंदबाज़ वरुण चक्रवर्ती हों. इसी प्रैक्टिस सत्र में अर्शदीप सिंह ने एक घंटे से अधिक गेंदबाज़ी की. अर्शदीप अंतरराष्ट्रीय टी20 में टीम इंडिया के लिए सबसे अधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाज़ हैं तो उनका टीम में रहना तय माना जा रहा है. वहीं बुमराह ने टीम में वापसी की है तो उन्हें दूसरे सीमर के रूप में उतारा जा सकता है. हालांकि वरुण चक्रवर्ती को भी जगह देनी है तो यह देखना होगा कि टीम में इनकी जगह निचले क्रम में (नंबर 8 पर) बल्लेबाज़ की कीमत पर बनेगी या नहीं.
"टी20 में कोई टीम फ़ेवरेट नहीं होती"
वैसे तो टीम इंडिया को अपना पहला मैच अपेक्षाकृत कमज़ोर टीम यूएई के ख़िलाफ़ खेलना है, तो टीम में कुछ बदलाव की गुंजाइश तो बनेगी ही, पर प्लेइंग इलेवन में ज़्यादा बदलाव करना गौतम गंभीर की रणनीति का हिस्सा नहीं रहता है लिहाज़ा बुधवार को जो टीम उतरेगी, कमोबेश वही टीम पूरे टूर्नामेंट में दिखे. वैसे भी टीम इंडिया को इस बार पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के साथ-साथ मज़बूत अफ़ग़ानिस्तान की टीम का सामना करना पड़ेगा. और जैसा कि सूर्यकुमार यादव ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में प्रबल दावेदार बताए जाने पर कहा भी कि "टी20 फ़ॉर्मेट में कोई भी टीम फ़ेवरेट नहीं हो सकती और उस दिन आपको अच्छी क्रिकेट खेलने की ज़रूरत है."
यूएई की टीम में किससे ख़तरा?
संयुक्त अरब अमीरात की टीम बहुत हद तक अपने पावर हिटर कप्तान मुहम्मद वसीम और निचले क्रम के बल्लेबाज़ आसिफ़ ख़ान के साथ बाएं हाथ के गेंदबाज़ हैदर अली के प्रदर्शन पर टिकी है, जैसा कि हाल के दिनों में उसके प्रदर्शन को देखा गया है. मई के महीने में यूएई ने तीन मैचों की सीरीज़ में बांग्लादेश को 2-1 से हराया तो एशिया कप से ठीक पहले हुए ट्राई सीरीज़ में भले ही वो सभी मैच हार गए पर अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान को कड़ी टक्कर दी. अभी चार दिन पहले ही अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ यूएई केवल चार रन से मैच हारा, जहां इसके कप्तान वसीम ने 44 तो आसिफ़ ने 40 रन बनाए. वैसे यह भी बता दें कि इस पिच पर यूएई का रिकॉर्ड तो बहुत ही ख़राब रहा है, जिसने यहां खेले गए 13 मैचों में से केवल तीन में जीत हासिल की है.