WTC के नंबर वन गेंदबाज बने अश्विन, नाथन लायन को छोड़ा पीछे
Ravichandran Ashwin: अश्विन की यह उपलब्धि भारतीय क्रिकेट में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ती है और उनकी काबिलियत का प्रमाण है कि वह आधुनिक क्रिकेट के सबसे बेहतरीन स्पिनरों में से एक हैं.;
Ravichandran Ashwin: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे टेस्ट में खेलते हुए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. अश्विन ने कीवी बल्लेबाज विल यंग का विकेट लेकर यह बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया. इस सफलता के साथ ही अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी स्पिनर नाथन लायन को पीछे छोड़ दिया, जो अब इस सूची में दूसरे स्थान पर आ गए हैं.
खबर लिखे जाने तक न्यूजीलैंड का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 150 के पार पहुंच चुका था, लेकिन अश्विन की शानदार गेंदबाजी ने भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया है. अश्विन के नाम अब WTC में 189 विकेट हो गए हैं, जबकि नाथन लायन के 187 विकेट हैं. लायन, जो लंबे समय से इस सूची में शीर्ष पर बने हुए थे, अब दूसरे स्थान पर खिसक गए हैं. उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस (175 विकेट), मिचेल स्टार्क (147 विकेट), और इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (134 विकेट) का नाम आता है.
पुणे टेस्ट में अश्विन की धारदार गेंदबाजी
न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे टेस्ट में अश्विन की गेंदबाजी बेहद प्रभावशाली रही. उन्होंने अब तक कीवी टीम के तीनों प्रमुख विकेट अपने नाम किए हैं. सबसे पहले उन्होंने न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लाथम को LBW आउट किया, जो उनका पहला शिकार बने. इसके बाद विल यंग और डेवोन कॉन्वे को पवेलियन भेजा. अश्विन का यंग का विकेट खास रहा, क्योंकि इस विकेट ने उन्हें WTC में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बना दिया.
विल यंग के विकेट को लेकर एक खास घटना भी देखने को मिली, जहां भारतीय खिलाड़ी सरफराज खान की समझदारी ने अश्विन को यह महत्वपूर्ण विकेट दिलाने में मदद की. जब पंत ने कैच पकड़ा तो उन्हें संदेह था कि गेंद ने बल्ले का किनारा लिया है या नहीं. लेकिन सरफराज को बल्ले की आवाज सुनाई दी और उन्होंने कप्तान से रिव्यू लेने की अपील की. इस रिव्यू के चलते ही अश्विन को यह महत्वपूर्ण विकेट मिला.
इसके बाद लंच के बाद अश्विन ने अपना तीसरा शिकार डेवोन कॉन्वे के रूप में किया, जो 76 रन बनाकर खतरनाक दिख रहे थे. कॉन्वे ने एक लूज शॉट खेला और कैच आउट हो गए, जिससे न्यूजीलैंड को बड़ा झटका लगा.