करवा चौथ के बाद करवा का क्या करें? जानें सही नियम, वरना हो सकती है माता गौरी नाराज!
करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, जिसमें वे अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन के लिए उपवास करती हैं. इस व्रत के दौरान मिट्टी के करवा (कलश) का उपयोग पूजा में प्रमुख रूप से किया जाता है. हालांकि, बहुत से लोग यह नहीं जानते कि पूजा के बाद इस करवा का क्या करना चाहिए.;
Karwa Chauth 2024: करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, जिसमें वे अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन के लिए उपवास करती हैं. इस व्रत के दौरान मिट्टी के करवा (कलश) का उपयोग पूजा में प्रमुख रूप से किया जाता है. हालांकि, बहुत से लोग यह नहीं जानते कि पूजा के बाद इस करवा का क्या करना चाहिए. आइए जानते हैं करवा चौथ की पूजा के बाद करवा से जुड़े सही नियम.
करवा में है देवी का वास
करवा चौथ की पूजा में मिट्टी के करवा का विशेष महत्व होता है, क्योंकि इसमें माता गौरी का वास माना जाता है. यह पूजा इसके बिना अधूरी मानी जाती है. इसलिए पूजा के बाद करवा को इधर-उधर फेंकने की बजाय, सही तरीके से इसका निपटान करना जरूरी है. ऐसा न करने पर माता गौरी नाराज हो सकती हैं और उनके प्रकोप का सामना करना पड़ सकता है.
करवा का सही निपटान कैसे करें?
करवा चौथ की पूजा के बाद करवा को पवित्र नदी या तालाब में प्रवाहित करने की परंपरा है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, करवा को नदी में प्रवाहित करने से देवी का आशीर्वाद मिलता है और परिवार पर सुख-समृद्धि बनी रहती है। यदि आपके आसपास कोई नदी या तालाब उपलब्ध नहीं है, तो आप इसे किसी पवित्र पेड़, जैसे पीपल, नीम, आम, या बरगद के नीचे भी रख सकते हैं।
करवा को सुरक्षित रखने के उपाय
कई महिलाएं करवा को पूरे साल तक घर में संभाल कर रखती हैं. अगर आप भी ऐसा करती हैं, तो इसे घर के किसी साफ और पवित्र स्थान पर ही रखें. ध्यान दें कि करवा कहीं से भी टूटा हुआ या खंडित न हो, क्योंकि ऐसा करने से इसका शुभ प्रभाव कम हो जाता है.
क्या करें ध्यान में रखें?
अगर आप करवा का निपटान करते समय इसे फेंकते या नजरअंदाज करते हैं, तो इससे माता गौरी नाराज हो सकती हैं. इसलिए करवा को पूरे आदर के साथ प्रवाहित करें या किसी पवित्र स्थान पर सुरक्षित रखें. इस प्रकार सही तरीके से करवा का निपटान करने से व्रत का पुण्य भी मिलता है और देवी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.