करियर में रुकावट या व्यापार में घाटा? धारण करें ये चमत्कारी रत्न, कुंडली के दोष भी होंगे दूर!
यदि आपकी जन्म कुंडली में ग्रह कमजोर स्थिति में हैं और जीवन में परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं, तो ज्योतिष शास्त्र में बताए गए उपाय आपकी मदद कर सकते हैं. रत्न शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की अनुकूलता के लिए सही रत्न धारण करना बेहद लाभकारी होता है.;
Ratna Shastra: यदि आपकी जन्म कुंडली में ग्रह कमजोर स्थिति में हैं और जीवन में परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं, तो ज्योतिष शास्त्र में बताए गए उपाय आपकी मदद कर सकते हैं. रत्न शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की अनुकूलता के लिए सही रत्न धारण करना बेहद लाभकारी होता है. इन्हीं रत्नों में से एक है टाइगर रत्न, जो नौकरी और व्यापार में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए जाना जाता है. आइए जानते हैं इसके फायदे और इसे धारण करने का सही तरीका.
टाइगर रत्न के फायदे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, टाइगर रत्न बुध ग्रह को मजबूत करने में मदद करता है. इसे धारण करने वाले व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है और कुंडली में सूर्य और चंद्रमा की स्थिति भी मजबूत होती है. यह रत्न न केवल मान-सम्मान बढ़ाने में सहायक है, बल्कि व्यापार में तरक्की और नौकरी में स्थिरता लाने में भी मदद करता है.
• आत्मविश्वास में वृद्धि: इसे धारण करने से व्यक्ति के भीतर साहस और आत्मविश्वास आता है.
• व्यापार में लाभ: व्यापार में बार-बार हो रहे नुकसान को यह रत्न सकारात्मक ऊर्जा में बदलता है.
• सूर्य और चंद्रमा का प्रभाव: कुंडली में सूर्य और चंद्रमा की स्थिति मजबूत करके यह रत्न मान-सम्मान और सफलता दिलाता है.
• शारीरिक और मानसिक संतुलन: यह रत्न धारण करने से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है.
टाइगर रत्न धारण करने का सही तरीका
रत्न को हमेशा सही विधि-विधान से धारण करना चाहिए. टाइगर रत्न को किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि या सोमवार के दिन धारण करना शुभ माना जाता है.
• इसे तर्जनी या अनामिका अंगुली में पहनना चाहिए.
• धारण करने से पहले इसे दूध और गंगाजल से शुद्ध करें.
• भगवान शिव या भगवान विष्णु का ध्यान कर इसे धारण करें.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.