Venus Transit 2025: शुक्र का मेष राशि में गोचर, जानिए सभी 12 राशियों पर प्रभाव
सौंदर्य, भोग-विलास और वैभव के प्रतीक ग्रह शुक्र ने 31 मई 2025 को सुबह 11:17 बजे मीन से निकलकर अग्नि तत्व की राशि मेष में गोचर किया है. यह गोचर करीब 23 दिनों तक प्रभावी रहेगा और सभी राशियों पर इसका असर अलग-अलग होगा.;
सुख, वैभव, भोग-विलास, सौंदर्य और ऐश्वर्य के कारक ग्रह शुक्र अब अपनी उच्च राशि मीन से निकलकर मंगल की राशि मेष में गोचर कर चुके हैं. शुक्र का मेष राशि में गोचर 31 मई को सुबह 11 बजकर 17 मिनट पर हुआ है. आपको बता दें शुक्र एक राशि में करीब 23 दिनों तक रहते हैं, फिर इसके बाद दूसरी राशि में गोचर करते हैं. शुक्र के मेष राशि में गोचर करने से आइए जानते हैं सभी 12 राशियों पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा.
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव के स्वामी होते हैं, अब यह आपके पहले भाव में गोचर हुए हैं. इस गोचर से आपके करियर के लिए अच्छा नहीं है. काम का दबाव रहेगा.
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्रदेव पहले और छठे भाव के स्वामी ग्रह होते हैं, 31 मई के बाद से यह आपके बारहवें भाव में गोचर हैं. धन के मामले में आपको कुछ नुकसान हो सकता है. नौकरी-व्यापार में मिलाजुला ही परिणाम प्राप्त होगा.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए पांचवे और बारहवें भाव के स्वामी होते हैं शुक्र ग्रह. अब मेष राशि में गोचर करने की वजह से यह आपके ग्यारहवें भाव में हैं. नौकरी में नए अवसर मिल सकते हैं. धन लाभ होने की संभावना है. व्यापार में अच्छा मुनाफा होगा.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र देव चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं जो अब आपके दसवें भाव में विराजमान हैं. आपको इस दौरान खर्चों और आय के बीच में संतुलन बना कर चलना होगा.
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव के स्वामी होते हैं और अब यह आपके नवम भाव में गोचर हुए हैं. करियर के लिहाज से शुक्र का गोचर अच्छा रहेगा. लव लाइफ अच्छी रहेगी.
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए दूसरे और नौवें भाव के स्वामी शुक्र अब राशि परिवर्तन के बाद यह आपके आठवें भाव में गोचर है. खुशियों में कुछ की कमी देखने को मिल सकती है.
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के पहले और आठवें भाव के स्वामी शुक्र माने जाते हैं जो अब आपके सप्तम भाव में गोचर हुए हैं. जीवन साथी और बिजनेस पार्टरशिप में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र सातवें और बारहवें भाव के स्वामी होते हैं और अब आपके छठे भाव में हैं. परेशानियों में इजाफा हो सकता है. नुकसान होने के साथ कुछ मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है.
धनु राशि
धनु राशि के लिए छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी शुक्र माने गए हैं जो अब राशि परिवर्तन के बाद आपके पंचम भाव में गोचर हुए हैं. इस दौरान करियर में मनचाहा परिणाम मिलने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. जीवन में कुछ संघर्ष रहेगा.
मकर राशि
मकर राशि के लिए सुख और भोगविलास के कारक ग्रह शुक्र पांचवे और दसवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके चौथे भाव में हैं. आपके सुख में वृद्धि होगी. भूमि, वाहन और भवन का सुख मिल सकता है.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लोगों की कुंडली में चौथे और नौवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह अब आपके तीसरे भाव में गोचर हुए है. करियर के लिए शुक्र का गोचर अच्छा साबित होगा. नया बिजनेस शुरू करने के लिए यह समय अच्छा रहेगा.
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके दूसरे भाव में हैं. आपके आत्मविश्वास और लाभ में कमी का सामना करना पड़ सकता है.