वास्तु दोष के कारण हो सकती हैं कई समस्याएं, जानें दूर करने के आसान उपाय
वास्तु दोष के कारण जीवन में मानसिक, शारीरिक, आर्थिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसलिए वास्तु दोष पर खास ध्यान देना चाहिए. घर के आईने से लेकर रंग तक पर ध्यान देना चाहिए. आप घर में तोड़-फोड़ किए बगैर भी कुछ आसान उपायों से यह दूर कर सकते हैं.;
वास्तु दोष (Vastu Dosh) उन असंतुलित या अव्यवस्थित तत्वों को कहते हैं, जो किसी भवन, घर या स्थान में वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन न करने के कारण होते हैं. वास्तु शास्त्र में विभिन्न दिशाओं, स्थानों और तत्वों (जैसे हवा, पानी, अग्नि, पृथ्वी) का संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है. जब यह संतुलन बिगड़ जाता है तो उसे वास्तु दोष माना जाता है.
वास्तु दोष व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और यह मानसिक, शारीरिक और आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकता है. ऐसे में चलिए जानते हैं वास्तु दोष सही करने के आसान उपाय.
मुख्य द्वार की स्थिति
वास्तु दोष दूर करने के लिए हमेशा मुख्य द्वार को अवरुद्ध से मुक्त रखना चाहिए. इससे घर में सकारात्मक उर्जा का प्रवाह रहता है. इसके अलावा, दरवाजे पर शुभ चिह्न जैसे स्वास्तिक, ॐ, या कृष्ण जी की फोटो लगाने से भी फायदा होगा.
घर का उत्तर-पूर्व (ईशान कोण)
ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) वास्तु शास्त्र में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, ईशान कोण में कोई भारी वस्तु जैसे कि बडे़ आर्टिफैक्ट्स या बड़े फर्नीचर नहीं रखे जाने चाहिए, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है. इसे हमेशा खाली और साफ रखना चाहिए.
सोने की दिशा पर दें ध्यान
वास्तु शास्त्र में सोने की दिशा का विशेष महत्व है क्योंकि यह व्यक्ति की समृद्धि, सुख, और शांति से जुड़ा हुआ है. सही दिशा में सोने से न केवल स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह मानसिक शांति और जीवन में समृद्धि भी लाता है. सोते समय सिर दक्षिण या पश्चिम दिशा में होना चाहिए, जिससे व्यक्ति को गहरी नींद और मानसिक शांति मिलती है. उत्तर या पूर्व दिशा में सिर रखकर सोने से बचें, क्योंकि यह ऊर्जा प्रवाह में रुकावट डाल सकता है.
कमरे में आईने की जगह
बिस्तर के पास या बिस्तर के सामने आइना नहीं रखना चाहिए, क्योंकि यह जीवन में झगड़े तनाव और समस्याओं का कारण बन सकता है. बेडरूम में आइना उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए. इसके अलावा, आइना हमेशा साफ और अच्छे स्थिति में होना चाहिए. गंदा और टूटा हुआ आइना नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है.
वास्तु अनुसार रंगों का चयन
वास्तु शास्त्र में रंगों का चयन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि रंगों का हमारे मन और शरीर पर गहरा असर पड़ता है. हर रंग की अपनी विशेषता और प्रभाव होता है, और इनका सही तरीके से उपयोग करना व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति ला सकता है.हल्के रंग जैसे सफेद, क्रीम, और हल्का नीला शांति का प्रतीक हैं.