आज जन्माष्टमी पर जरूर अर्पित करें कान्हा जी को ये भोग, मिलेगा जीवन में आनंद और सुख-शांति
आज देश-विदेश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई जा रही है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म द्वापर युग में अधर्म का नाश और धर्म की स्थापना के लिए हुआ था. भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र में जन्मे कान्हा का जन्मोत्सव मथुरा, वृंदावन और द्वारिका में श्रद्धालुओं के बीच विशेष रूप से मनाया जाता है.;
आज देश-विदेश में भक्ति, प्रेम, श्रद्धा, विश्वास और उत्साह का पर्व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाया जा रहा है. आज के दिन ही भगवान विष्णु के अवतर भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में अधर्म के नाश और धर्म की रक्षा के लिए अवतरण लिया था. आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही उमंग और उत्साह के साथ मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु मथुरा, वृंदावन और द्वारिका में आते हैं जहां पर कान्हा के जन्मोत्सव के साक्षी बनते हैं. इस दिन कान्हा का विशेष श्रृंगार किया जाता है साथ ही तरह के भोग, पकवान और स्वादिष्ट व्यंजनों का भोग अर्पित किया जाता है. धार्मिक मान्याताओं के अनुसार जन्माष्टमी पर कान्हा के प्रिय भोग अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कौन-कौन से विशेष भोग कान्हा को अर्पित करना शुभ और फलदायी माना जाता है.
1- माखन-मिश्री का भोग
भगवान श्रीकृष्ण को माखन और मिश्री बहुत ही प्रिय होता है. कान्हा बचपन में माखन चुरा-चुरा कर खाते थे जिस कारण से उनका एक नाम माखनचोर भी पड़ा. आज जन्माष्टमी के मौके पर माखन में मिश्री डालकर चांदी के पात्र में कान्हा को भोग लगाएं. कान्हा को माख-मिश्री का भोग लगाने से सुख, आनंद और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है.
2- पंजीरी का भोग
भगवान कृष्ण को पंजीरी का भोग अर्पित करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले स्वास्थ्य संबंधी कष्ट दूर हो जाते हैं. जन्माष्टमी के अवसर पर आज कान्हा को आटे, घी, मिश्री और सूखे मेवों से बनी पंजीरी का भोग लगाएं इससे संतान सुख की प्राप्ति होती है और संतान की रक्षा भी होती है.
3- धनिया पंजीरी
जन्माष्टमी पर जहां लोग सामान्य पंजीरी का भोग कान्हा को अर्पित करते हैं तो वहीं कई स्थानों पर जन्माष्टमी पर पूजा करने वाले और व्रत रखने वाले भक्त धनिया पंजीरी का भोग अर्पित करते हैं. इससे जीवन में धन और धान्य में वृद्धि होती है.
4- मिठाई का भोग
जन्माष्टमी पर दूध से बनी मिठाईयों का भोग लगाने से कान्हा जल्द प्रसन्न होते हैं. इस दिन बर्फी, रसगुल्ला, रस मलाई जैसी दूध से बनी मिठाइयाँ चढ़ाने का विशेष महत्व है.
5. पंचामृत
हिंदू धर्म में पंचामृत का विशेष महत्व होता है. पंचामृत दही, शहद, धी, चीनी, मेवा और चीनी से मिलकर बनता है. पंचामृत से कान्हा जी को स्नान करवाया जाता है और भोग में अर्पित किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पंचामृत से कान्हा जी का अभिषेक करने और भोग लगाने से पापों का नाश होता है और जीवन में पुण्य की प्राप्ति होती है.
6. माखन-शक्कर से भरे लड्डू
कान्हा को माखन, शक्कर और मेवों से बना लड्डू बहुत ही प्रिय होता है. जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान कृष्ण को इस तरह का लड्डू का भोग अर्पित करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है.
7- फल और मेवे का भोग
कान्हा जी को जन्माष्टी पर मौसमी फल और मेवे का भोग लगाने से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और सेहत अच्छी रहती है. इस दिन खासतौर केला, सेब, अमरूद और अनार आदि अर्पित किया जाता है.
8-तुलसी दल का भोग
भगवान कृष्ण की पूजा और भोग बिना तुलसी दल के अधूरी मानी जाती है. हिंदू धर्म में तुलसी दल को बहुत ही पवित्र और भगवान कृष्ण की प्रिय चीजों में से एक है. भोग में तुलसी दल का होना बहुत ही जरूरी होता है. कान्हा जी को तुलसी दल अर्पित करने से भगवान जल्दी प्रसन्न होते है और हर तरह की इच्छाओं की पूर्ति करते हैं.