Makar Sankranti के दिन इन देवी-देवताओं को लगाएं खिचड़ी का भोग, जीवन में आएगी सुख-समृद्धि
मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने की परंपरा का संबंध धार्मिक मान्यताओं से भी है. खासकर उत्तर भारत में मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी को पवित्र माना जाता है और इसे दान का रूप भी माना जाता है. इस दिन खिचड़ी खाना शुभ माना जाता है.;
मकर संक्रांति तब मनाई जाती है जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है. इसे सूर्य की उत्तरायण यात्रा की शुरुआत माना जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, सूर्य के दक्षिणायन (दक्षिण दिशा में जाने) से उत्तरायण (उत्तर दिशा में जाने) में प्रवेश करने को एक शुभ समय माना जाता है.
साथ ही, मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने का रिवाज है. मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी का दान करने की भी परंपरा है. इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को खिचड़ी का दान करके पुण्य कमाने की बात कही जाती है. वहीं, कहा जाता है कि खिचड़ी का संबंध ग्रहों से है. चलिए जानते हैं इस दिन किन देवी-देवताओं को खिचड़ी का भोग लगाना चाहिए.
शनिदेव को लगाएं भोग
शनिदेव न्याय और कर्मफल के देवता हैं. शनिदेव को साढ़े साती और ढैय्या जैसे ग्रहों के प्रभावों के लिए भी जाना जाता है और उनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन में बड़े बदलाव और जीवन की परीक्षा का कारण बन सकता है. ऐसे में मकर संक्रांति के दिन शनिदेव को खिचड़ी का भोग लगाने से नकारात्मक प्रभावों से छुटकारा मिल सकता है.
भगवान विष्णु
भगवान विष्णु हिंदू धर्म के त्रिमूर्ति के एक महत्वपूर्ण देवता हैं, जिनमें ब्रह्मा (सृष्टि के रचनाकार), विष्णु (पालक और संरक्षक) और महेश (शिव, संहारक) शामिल हैं. विष्णु को संसार के पालनहार और संतुलन बनाए रखने वाला देवता माना जाता है. माना जाता है कि भगवान विष्णु को खिचड़ी बेहद प्रिय है. ऐसे में मकर संक्रांति के दिन विष्णु जी को खिचड़ी का भोग लगाने से उनकी कृपा आप पर बनी रहेगी.
सूर्यदेव
सूर्यदेव का चित्रण आमतौर पर एक रथ पर सवार होकर होता है, जो सात घोड़ों द्वारा खींचा जाता है. वे अपने तेजस्वी रश्मियों से सम्पूर्ण ब्रह्मांड को आलोकित करते हैं. माना जाता है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव को खिचड़ी का भोग लगाना चाहिए. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है. साथ ही, अगर आपकी कुंडली में सूर्यदेव कमजोर है, तो खिचड़ी का भोग लगाने से फायदा हो सकता है.