Kalashtami 2024: कालाष्टमी पर इस खास मुहूर्त में करें पूजा, काल भैरव की कृपा से बदल जाएगी किस्मत!

हिंदू धर्म में कालाष्टमी का पर्व भगवान शिव के उग्र रूप, काल भैरव की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन काल भैरव की पूजा करने से कई लाभ प्राप्त होते हैं, जैसे कि ग्रह दोषों से मुक्ति, शत्रुओं का नाश और मनोकामनाओं की पूर्ति. मान्यता है कि यदि विधि-विधान से पूजा की जाए तो काल भैरव भक्तों की इच्छाएं पूरी करते हैं.;

Kalashtami 2024: हिंदू धर्म में कालाष्टमी का पर्व भगवान शिव के उग्र रूप, काल भैरव की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन काल भैरव की पूजा करने से कई लाभ प्राप्त होते हैं, जैसे कि ग्रह दोषों से मुक्ति, शत्रुओं का नाश और मनोकामनाओं की पूर्ति. मान्यता है कि यदि विधि-विधान से पूजा की जाए तो काल भैरव भक्तों की इच्छाएं पूरी करते हैं और उनके बिगड़े काम भी सही हो जाते हैं.

कब है कालाष्टमी?

द्रिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 24 अक्टूबर को रात 01 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी और 25 अक्टूबर को रात 01 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी. इस दिन निशा काल में काल भैरव की पूजा की जाती है. इस साल, कालाष्टमी पर अमृत सिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि और गुरु पुष्य योग का निर्माण हो रहा है, जो पूजा के लिए बहुत शुभ माना जाता है.

कालाष्टमी पूजा सामग्री

काल भैरव की पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री आवश्यक है

काल भैरव की मूर्ति या चित्र

धूप, दीप, और काले या नीले रंग के फूल

अक्षत, रोली, चंदन

नैवेद्य (भोग), जल, कपूर

पूजा विधि

स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें.

पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल छिड़कें

एक चौकी पर काल भैरव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें

धूप, दीपक जलाकर फूल, अक्षत, रोली, और चंदन चढ़ाएं

नैवेद्य अर्पित करें और निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें.

- ॐ भं भैरवाय नमः

- ॐ काल भैरवाय नमः

अंत में आरती करें और प्रसाद ग्रहण करें.

ध्यान रखने योग्य बातें

काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए शराब का भोग अर्पित करना वैकल्पिक है.

पूजा करते समय काले या नीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है.

इस दिन व्रत रखना भी लाभकारी होता है.

कालाष्टमी का महत्व

मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन की गई पूजा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं, ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है और रोगों से छुटकारा मिलता है. भगवान काल भैरव की कृपा से शत्रुओं का नाश होता है और व्यक्ति को जीवन में सफलता प्राप्त होती है.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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