शनिवार को करें पीपल के खास उपाय, शनिदेव की कृपा से मिलेगी हर संकट से मुक्ति
हिंदू धर्म में शनिवार का दिन कर्मफलदाता शनिदेव को समर्पित है. ऐसा माना जाता है कि शनिदेव की कृपा पाने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और हर तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं. शनिदोष, साढ़ेसाती और ढैय्या जैसे कठिन समयों में शनि का प्रकोप कम करने के लिए शनिवार को पीपल के पेड़ से जुड़े कुछ विशेष उपाय करना अत्यधिक लाभकारी होता है.;
Shaniwar Ke Upay: हिंदू धर्म में शनिवार का दिन कर्मफलदाता शनिदेव को समर्पित है. ऐसा माना जाता है कि शनिदेव की कृपा पाने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और हर तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं. शनिदोष, साढ़ेसाती और ढैय्या जैसे कठिन समयों में शनि का प्रकोप कम करने के लिए शनिवार को पीपल के पेड़ से जुड़े कुछ विशेष उपाय करना अत्यधिक लाभकारी होता है. इन उपायों को करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और जीवन में चल रही बाधाओं का समाधान मिलता है.
पीपल में जल अर्पण और पूजन
शनिवार के दिन सुबह स्नान के बाद सफेद रंग के साफ वस्त्र पहनकर पीपल के पेड़ के पास जाएं. पीपल में जल अर्पित करें और साथ में फूल, जनेऊ, मिठाई चढ़ाएं. इसके बाद दीपक जलाकर शनि के मंत्रों का जाप करें और सात बार परिक्रमा करें. ऐसा करने से शनिदोष का प्रभाव कम होता है और शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है.
दूध और तिल का अर्पण
शनिवार के दिन एक लोटे में पानी लेकर उसमें थोड़ा दूध और तिल मिलाएं. इसे पीपल के जड़ में अर्पित करें और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें. ऐसा करने से शांति, समृद्धि और सकारात्मकता का संचार होता है, जिससे जीवन में चल रही परेशानियां दूर होने लगती हैं.
शिवलिंग की पूजा
जीवन में मौजूद कठिनाईयों से छुटकारा पाने के लिए शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे मिट्टी से एक शिवलिंग बनाएं और विधिपूर्वक पूजा करें. पूजा के बाद इस शिवलिंग को किसी जल स्रोत में प्रवाहित कर दें. इस उपाय से शिवजी और भगवान विष्णु दोनों की कृपा मिलती है और हर संकट से मुक्ति मिलती है.
सात बार परिक्रमा
यदि कुंडली में साढ़ेसाती, ढैय्या या शनिदोष का प्रभाव हो, तो शनिवार को पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करें. इस दौरान शनिदेव के मंत्रों का जाप करें। इस उपाय से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनिदोष का प्रभाव धीरे-धीरे कम हो जाता है.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.