Choti Diwali 2024: नरक चतुर्दशी क्या करें और क्या न करें, मिलेगा शुभ फल और दूर होगा ग्रह दोष
नरक चतुर्दशी, जिसे छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है, दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाती है. यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और इस दिन यमराज के लिए दीप जलाने की परंपरा है. मान्यता है कि इस दिन पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति पापों से मुक्त हो जाता है और अकाल मृत्यु का भय भी समाप्त हो जाता है. .;
Choti Diwali 2024: नरक चतुर्दशी, जिसे छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है, दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाती है. यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और इस दिन यमराज के लिए दीप जलाने की परंपरा है. मान्यता है कि इस दिन पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति पापों से मुक्त हो जाता है और अकाल मृत्यु का भय भी समाप्त हो जाता है. नरक चतुर्दशी पर भगवान शिव, श्रीकृष्ण, हनुमान, माता काली और यमराज की पूजा का विशेष महत्व है. आइए जानते हैं, इस दिन किन कामों को करना चाहिए और किन्हें करने से बचना चाहिए.
नरक चतुर्दशी पर क्या करें?
- सूर्योदय से पहले स्नान: इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान करना शुभ माना जाता है. शरीर पर सरसों के तेल से मालिश करके ठंडे पानी से स्नान करें और माथे पर चंदन का तिलक लगाएं. यह शारीरिक शुद्धि और मानसिक शांति के लिए लाभकारी माना गया है.
- यम के नाम का दीपक जलाएं: यमराज की पूजा और उनके नाम से दीप जलाने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है. 14 दीए जलाकर उन्हें घर के अलग-अलग स्थानों पर रखें.
- भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें: इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. यह शुभ फल प्रदान करता है और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
नरक चतुर्दशी पर क्या न करें?
- जीवों को न मारें:इस दिन यमराज की पूजा के कारण किसी भी जीव को मारना या उन्हें कष्ट देना वर्जित है. इससे अशुभ परिणाम हो सकते हैं.
- दक्षिण दिशा साफ रखें:घर की दक्षिण दिशा को गंदा न रखें, क्योंकि यह दिशा यम का प्रतीक मानी जाती है.
- मांस और मदिरा से दूर रहें:इस दिन मांस और मदिरा का सेवन वर्जित है. यह माता लक्ष्मी को अप्रसन्न कर सकता है.
- सोने से बचें: इस दिन अधिक सोने से लक्ष्मी का वास नहीं होता और घर में दरिद्रता का खतरा हो सकता है.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.