कैंसर ही नहीं मौत का भी कारण बन सकता है आपका परफ्यूम! जानिए एक्सपर्ट्स की राय

परफ्यूम आपको अट्रैक्टिव जरूर बनाता है, लेकिन इसका बेजा इस्तेमाल आपको बीमार भी कर सकता है. सुगंध में लिपटी यह चमकती हुई बोतल दरअसल केमिकल्स का घोल है, जो आपके शरीर को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए अगली बार जब आप किसी खास महक को खुद पर छिड़कें, तो ज़रा सोचिए—क्या यह महक आपकी सेहत के लिए महफूज़ है?.;

Edited By :  रूपाली राय
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गर्मी के मौसम में पसीने की बदबू को दबाने के लिए परफ्यूम, बॉडी स्प्रे या इत्र का इस्तेमाल आम बात है. महकती खुशबू न केवल कॉन्फिडेंस बढ़ाती है, बल्कि आपको ताजगी का एहसास भी कराती है. आज परफ्यूम सिर्फ एक हाइजीन प्रोडक्ट नहीं बल्कि फैशन का हिस्सा बन चुका है. खासतौर पर युवा वर्ग में इसकी दीवानगी इतनी है कि लोग एक से बढ़कर एक ब्रांडेड परफ्यूम की पूरी कलेक्शन रखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस परफ्यूम को आप रोजाना लगाते हैं, वह आपकी सेहत के लिए धीरे-धीरे ज़हर बन सकता है?. एक्सपर्ट्स की मानें तो परफ्यूम की खूशबू जितनी लुभावनी होती है, उसमें मौजूद केमिकल उतने ही हानिकारक हो सकते हैं. 

स्किन के लिए जोखिम भरा है परफ्यूम

त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. बी.एल. जांगिड़ बताते हैं कि परफ्यूम में मौजूद कई रासायनिक तत्व स्किन एलर्जी, रैशेज़ और फोटोडर्मेटाइटिस जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं. खासकर सेंसिटिव स्किन वालों को इससे जलन, खुजली और सूजन की समस्या हो सकती है. कई परफ्यूम्स में अल्कोहल का स्तर इतना अधिक होता है कि वह त्वचा की ऊपरी परत को नुकसान पहुंचा सकता है. 

क्या परफ्यूम से हो सकती है मौत?

डॉ. जांगिड़ के अनुसार परफ्यूम से मौत नहीं होती, लेकिन अगर किसी को पहले से अस्थमा या सांस संबंधी बीमारी है तो स्थिति गंभीर हो सकती है। परफ्यूम में मौजूद खुशबू वाले रसायन सांस की नली को उत्तेजित करते हैं जिससे दम घुटने, चक्कर आने या घबराहट जैसी शिकायतें हो सकती हैं.

ज्यादा इस्तेमाल से स्वास्थ्य समस्याएं

जब परफ्यूम का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, तो यह स्किन इरिटेशन, माइग्रेन, साइनस इरिटेशन, और यहां तक कि हार्मोनल असंतुलन का भी कारण बन सकता है. जो लोग बार-बार इसका इस्तेमाल करते हैं, उन्हें समय के साथ एलर्जी या क्रॉनिक समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती है. 

खरीदते समय बरतें सावधानी

एक्सपर्ट्स की सलाह है कि परफ्यूम खरीदते समय पहले पैच टेस्ट जरूर करें. अगर आपकी त्वचा पर कोई रिएक्शन नहीं होता तो ही इसे इस्तेमाल करें. अस्थमा, एलर्जी या स्किन डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों को या तो हल्के फ्रेगरेंस वाले प्रोडक्ट चुनने चाहिए या फिर पूरी तरह से परहेज़ करना चाहिए. 

क्या परफ्यूम से कैंसर हो सकता है?

इस बारे में कई भ्रांतियां हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि परफ्यूम में इस्तेमाल किए गए रसायन आमतौर पर सुरक्षित माने जाते हैं. हालांकि, ‘हेल्थलाइन’ की रिपोर्ट के अनुसार कुछ परफ्यूम्स में इथेनॉल और आइसोप्रोपिल अल्कोहल जैसे टॉक्सिक एलिमेंट्स होते हैं, जो ज्यादा मात्रा में शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं.

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