दिवाली की सफाई से पहले आजमाएं ये टिप्स, नहीं होगी एलर्जी
डस्ट एलर्जी से आज के समय में कई लोग परेशान हैं। ऐसे लोगों को धूर-मिट्टी के संपर्क में आते ही, या फिर घर की सफाई के दौरान तेज छींक होने लगती है।;
डस्ट एलर्जी से आज के समय में कई लोग परेशान हैं। ऐसे लोगों को धूर-मिट्टी के संपर्क में आते ही, या फिर घर की सफाई के दौरान तेज छींक होने लगती है। डस्ट एलर्जी हवा में गंदगी, छोटे कीड़ों और एलर्जी वाले कणों के कारण हो सकती है। डस्ट एलर्जी होने पर नाक और कान का बंद होना, बार-बार खांसी होना, आंखों में पानी आ जाना और गले के रुंध जाने जैसी दिक्कतें होने लगती हैं। इससे बचने के लिए ये टिप्स जान लें।
इस तरह रहें एलर्जी से दूर
बिस्तर अगर साफ ना हो तो उससे भी डस्ट एलर्जी हो सकती है। ऐसे में अपने बिस्तर को खासतौर पर साफ रखने की जरूरत होती है। डस्ट एलर्जी से बचने के लिए तकियों के कवर और मैटरेस को साफ रखें।
बिस्तर को धोने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करें। कम से कम हफ्ते में एक बार अपने बिस्तर की चादर और तकियों की अच्छे से सफाई करें।
घर की सफाई करने के लिए गीले कपड़े का इस्तेमाल करें। इससे धूल उड़कर आपकी नाक या कानों में नहीं जाती है और एलर्जी से बचा जा सकता है।
एलर्जी को दूर करने के लिए खिड़कियों की सफाई करते समय गर्म पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
गीले कपड़े से ही घर के फर्नीचर की सफाई करें। इससे धूल (Dust) कम उड़ती है।
घर की हवा को साफ रखने और धूल-मिट्टी को दूर रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
एसेंशियल ऑयल्स का करें इस्तेमाल
डस्ट एलर्जी दूर करने के लिए कुछ एसेंशियल ऑयल को इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इन एसेंशियल ऑयल्स को सूंघने पर नाक साफ होती है और श्वसन नली को फायदा मिलता है। आप लैवेंडर, रोजमेरी और चंदन के एसेंशियल ऑयल्स को सूंघ सकते हैं।
भाप लें
एलर्जी के कारण गले में बलगम (Mucus) जम जाए तो भाप ली जा सकती है। भाप गर्म होती है और इससे नाक को नमी मिलती है जिससे बलगम कम होने में असर दिखता है। भाप वाले पानी में पेपरमिंट ऑयल भी डाला जा सकता है।
शहद
शहद को इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है। जब भी गला अवरुद्ध महसूस हो या फिर डस्ट के कारण खांसी होने लगे तो शहद खाया जा सकता है। एक चम्मच शहद खाने पर एलर्जी भी कम होती है और एलर्जी के लक्षणों से भी रहात मिल जाती है।