त्यौहारों में लाउडस्पीकर से हो सकता है नुकसान, ऐसे बचाएं अपने कान
बड़े स्पीकरों पर तेज आवाज में बजते संगीत से आपके कानों को नुकसान हो सकता है। लंबे समय तक बहुत तेज आवाज के संपर्क में रहने से सुनने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।;
जल्द ही देशभर में त्यौहारों का मौसम आने वाला है। इन दिनों हर तरफ ढोल-बाजे और लाउडस्पीकर की आवाज सुनाई देगी। खासकर, नवरात्र में हर ओर तेज आवाज में भक्ति गीत औक गरबा-डांडिया का संगीत सुनाई देता है। बड़े स्पीकरों पर तेज आवाज में बजते संगीत से आपके कानों को नुकसान हो सकता है। लंबे समय तक बहुत तेज आवाज के संपर्क में रहने से सुनने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है। ऐसे में त्यौहारों के दौरान आपको अपने कानों की सुरक्षा के ये उपाय अपनाने चाहिए।
स्पीकर से दूर खड़े हों
तेज गाने बजते समय स्पीकर या ढोल के बेहद करीब खड़े होना कानों के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में आपको स्पीकर से दूरी बनाकर ही खड़े होना चाहिए। स्पीकर या तेज आवाज के स्रोतों से कम से कम 10 फीट दूर खड़े हों। ऐसा करने से आपको ध्वनि कम तीव्रता से सुनाई देगी और कानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
इयरप्लग का करें इस्तेमाल
आप त्योहारों के दौरान नाचने-गाने का आनंद लेने के लिए कानों में इयरप्लग लगा सकते हैं। यह फोम से बने हुए छोटे बड होते हैं, जिन्हें कानों में इयरफोन की तरह लगाया जाता है। इसके जरिए तेज आवाज काफी हद तक फिल्टर हो जाती है और आपके कानों पर बुरा असर नहीं पड़ता है। इसे आपके कान तेज आवाज से सुरक्षित रह सकते हैं।
कम रखें स्पीकर की आवाज
उत्सवों के दौरान अक्सर लोग जोश में आकर स्पीकर की आवाज बहुत तेज कर देते हैं। हालांकि, अपने कानों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आपको स्पीकर की आवाज कम ही रखनी चाहिए। अगर आपको पर बजते गानों के बीच अपने आस-पास खड़े लोगों की आवाज तक नहीं सुनाई दे रही है, तो यह संकेत है कि आपको तुरंत स्पीकर की आवाज कम कर लेनी चाहिए।
डॉक्टर से मिलें
अगर त्योहारों के शोर के बीच आपको कानों में दर्द महसूस हो रहा है या आपके कानों में लगातार सीटी बज रही है, तो ये कानों को नुकसान पहुंचने का संकेत हो सकता है। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। आप किसी अच्छे कानों के डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।