Pariksha Pe Charcha 2025 : एग्जाम की तैयारी में ऐसे स्ट्रेसआउट रहें स्टूडेंट्स, Sadhguru ने शेयर की टिप्स
हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं कि आज की जनरेशन मोबाइल फोन के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते क्योंकि उनकी पढ़ाई भी आज के दौर में डिजिटल है. इसलिए बार-बार मोबाइल से होने वाले डिस्ट्रक्शन को लेकर सद्गुरु ने कहा कि सोशल मीडिया और मोबाइल फोन का इस्तेमाल कैसा करना है यह सिर्फ आप ही तय कर सकते हैं.;
परीक्षा पे चर्चा 2025 के पांचवें एपिसोड में छात्रों को आध्यात्मिक नेता और ईशा फाउंडेशन के फाउंडर सद्गुरु जग्गी वासुदेव के साथ बातचीत करने का मौका मिला, जहां उन्होंने छात्रों को इंटेलिजेंस के मामले में किसी दूसरे व्यक्ति से अपनी तुलना न करने की सलाह दी. ऐसी दुनिया में जो अक्सर इंटेलिजेंस के ट्रडिशन सोल्यूशन, जैसे एकेडमिक परफॉरमेंस या दूसरों के साथ तुलना पर जोर देती है. बता दें कि ऐसे में बोर्ड की परीक्षा शुरू हो गई है, उम्मीद है कि इस समय छात्रों पर टॉप करने से अच्छे मार्क्स से पास होने का सबसे ज्यादा प्रेसर होगा.
ऐसे में सद्गुरु ने छात्रों के लिए कुछ उपाय दिए है कि स्टूडेंस्ट बिना स्ट्रेस के एग्जाम की तैयारी कैसे करें और अपना ध्यान भटकाने से बचे. सद्गुरु ने कहा, 'आप खुद पर से कंट्रोल न खोए जो हो रहा है आप उससे आगे सोच सकते हैं तो, आप कुछ भी कर सकते हैं. लेकिन आपको स्ट्रेस है या डिप्रेस्ड महसूस करते है तो इसका मतलब यह कि माइंड ऑयल नहीं मिल रहा है. अपने दिमाग को स्ट्रेसआउट करने के लिए मेडिडेटशन करने कि कोशिश करें.
मेडिडेटशन आपको हेल्प कर सकती है
स्टूडेंट्स के स्ट्रेसआउट रहने के लिए सद्गुरु ने आगे कहा, 'आप क्या कर रहे हैं और आप क्या हैं अगर ये एक नहीं है तो गड़बड़ हैं और मेडिडेटशन ही एक ऐसी चीज है जो आपको हेल्प कर सकती है. अगर आप कहीं बैठे हैं और आपका मेंटली और फिजिकली कहीं भटके हुए हैं तो यह सबसे ज्यादा आपके मेंटल हेल्थ को इफ़ेक्ट करेगा. इसलिए मेडिडेटशन से बेहतर उपाय कुछ नहीं है.'
माइंड ग्रोथ के लिए है
इस दौरान सद्गुरु ने स्टूडेंट्स को कुछ जरुरी टिप्स भी दिए जो उनके लिए काफी बेहतरी का काम कर सकती है. उन्होंने कहा, 'सबसे पहले खुद की इंटेलिजेंस का दूसरों से कम्पयेर करना छोड़ दो. दूसरी चीज उन्होंने बेवजह का तनाव न लेने की सलाह दी. सद्गुरु ने कहा, 'आज आप जिसे स्कूल, एग्जाम ,एजुकेशन कह रहे हैं वह आपके माइंड ग्रोथ के लिए है जिससे आप अपनी आईक्यू ग्रोथ पर मजबूत बनेंगे जिससे आपका माइंड और भी अच्छे से काम करेगा. सद्गुरु ने कहा है कि परीक्षा सिर्फ पास होने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन को समझने और सही दिशा में आगे बढ़ाने का एक जरिया भी है. आप प्रकृति से सीखें. घास और नारियल कैसे बढ़ते हैं, इस पर ध्यान दें.
ओवरथिंकिंग नहीं करना चाहिए
हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं कि आज की जनरेशन मोबाइल फोन के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते क्योंकि उनकी पढ़ाई भी आज के दौर में डिजिटल है. इसलिए बार-बार मोबाइल से होने वाले डिस्ट्रक्शन को लेकर सद्गुरु ने कहा कि सोशल मीडिया और मोबाइल फोन का इस्तेमाल कैसा करना है यह सिर्फ आप ही तय कर सकते हैं. लेकिन जिस दिन यह टेक्निक आपको कंट्रोल करने लगे तो समझ जाइएगा कि आपका डाउनफॉल शुरू हो गया है. साथ ही उन्होंने माइंड को डाइवर्ट करने वाली ओवरथिंकिंग से दूर रहने को कहा है. उन्होंने कहा कि ओवरथिंकिंग करने से दिमाग को कभी सही दिशा नहीं मिलती है.