सिर्फ हॉबी नहीं है संगीत, बच्चों को विकास के लिए ऐसे है जरूरी

अगर कम उम्र से ही बच्चा संगीत सीखता है, तो यह सिर्फ हॉबी नहीं, बल्की उसमें कई गुणों को विकसित कर सकती है।;

By :  स्टेट मिरर डेस्क
Updated On : 11 Oct 2024 5:01 AM IST

आजकल पैरेंट्स अपने बच्चों को तरह-तरह के हॉबी क्लास जॉइन कराते हैं। कोई अपने बच्चों को कोई स्पोर्ट सिखा रहा है, तो कोई कला। ऐसी ही एक हॉबी है म्यूजिक। हालांकि, अगर कम उम्र से ही बच्चा संगीत सीखता है, तो यह सिर्फ हॉबी नहीं, बल्की उसमें कई गुणों को विकसित कर सकती है। आइए, आपको बताते हैं कि संगीत सीखना बच्चे के विकास को किस तरह से प्रभावित करता है और उसमें किन गुणों को भर देता है।

यह मेंटल हेल्थ के लिए भी बेहतरीन है। जानिए बच्चों को संगीत सिखाने के फायदे।

फोकस

संगीत बजाते समय ध्यान केंद्रित करने की जरूरत होती है। बच्चे जब अपने संगीत के सामान पर ध्यान लगाते हैं तो उनकी मानसिक क्षमता बढ़ती है।इससे न केवल उनकी एकाग्रता में सुधार होता है, बल्कि उनकी स्मरण शक्ति भी मजबूत होती है। यह क्षमता उनके स्कूल के कामों और अन्य गतिविधियों में भी मदद करती है।संगीत से बच्चों को ध्यान केंद्रित करने की आदत पड़ती है, जो उनके जीवन के हर क्षेत्र में फायदेमंद साबित होती है।

धैर्य और समर्पण

संगीत सीखना एक धीमी प्रक्रिया है, जिसमें धैर्य और समर्पण की जरूरत होती है। बच्चे जब किसी नए गाने या तकनीक को सीखने की कोशिश करते हैं तो उन्हें कई बार असफलता का सामना करना पड़ता है।इससे वे धैर्य रखना और लगातार प्रयास करना सीखते हैं। इस दौरान वे समझते हैं कि मेहनत और समर्पण से ही सफलता मिलती है।यह अनुभव उन्हें जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी मदद करता है, जैसे पढ़ाई और खेलकूद में।

बढ़ाए कॉन्फिडेंस

जब बच्चे किसी गाने को सफलतापूर्वक गा लेते हैं तो उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।यह सफलता उन्हें आगे भी चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करती है और वे खुद पर विश्वास करना सीखते हैं।संगीत अभ्यास से बच्चों को यह समझ में आता है कि मेहनत और समर्पण से ही सफलता मिलती है।इससे वे जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी आत्मविश्वास से भरे रहते हैं और नई चुनौतियों का सामना करने को तैयार होते हैं।

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